बरेली। शासन ने फरवरी में ही एक से पांच तक के स्कूलों को 1 मार्च से खोलने के लिए आदेश दिए थे। इसके लिए विद्यालयों को गुब्बारों, फूलों और झंडों से सजाया जाए। इसके अलावा विद्यालय में आने पर बच्चों का वेलकम किया जाएगा। स्कूल खोलने से पहले तैयारियां पूरी हो चुकी है। कई विद्यालयों में साफ-सफाई और सैनिटाइज भी किया गया है। कक्षा 1 से 5 तक के छात्र-छात्राओं के लिए करीब 332 दिनों के बाद विद्यालय खोलने जा रहे है। शुक्रवार को इस संबंध में महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि 11 माह तक लगातार विद्यालय बंद रहने से बच्चों की शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। इससे जहां एक तरफ बच्चों के अधिगम स्तर में कमी आई है। वहीं लंबी अवधि तक विद्यालय से दूर रहने के कारण उन्हें शिक्षा के प्रति अरुचि का भाव उत्पन्न हुआ है। इसे दूर करने के उद्देश्य ही सभी सरकारी स्कूलों में प्रेरणा ज्ञानोत्सव अभियान संचालित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत समृद्ध हस्तपुस्तिका पर आधारित रिमेडियल शिक्षण के माध्यम से बच्चों को शिक्षा के स्तर में सुधार किया जाए। स्कूल आने के उनमें आकर्षण का भाव हो। इसके लिए स्कूलों को सजाया जाए। उनके पहुंचने पर उनका तिलक आदि लगाकर भव्य स्वागत किया जाए। प्रयास हो कि इस उत्सव में गांव व आसपास के लोग शामिल हो। बीएसए विनय कुमार ने बताया कि एक मार्च से प्राइमरी स्कूल शुरू हो रहे है। इसके लिए सभी शिक्षकों को निर्देश दिए जा चुके हैं। शासन के निर्देश पर स्कूलों को उत्सव की तरह सजाया जाए। छात्रों का स्वागत किया जाए।।
बरेली से कपिल यादव