उत्तराखंड/पौड़ी : रिखणीखाल प्रखंड में विगत 27 फरवरी को ग्राम रतवाड में नरेंद्र सिंह व उनकी पत्नी नीतू देवी ने पेड़ से लटक कर दी जान जानकारी के अनुसार पति के साथ किसी बात को लेकर आपसी विवाद हो गया जिससे रूठकर नीतू देवी घास काटने के बहाने से जगंल की तरफ चली गई काफी समय तक जब नीतू देवी वापस घर नहीं लौटी तो पति नरेंद्र सिंह जगंल की तरफ ढूंढने निकला मगर शाम हो गई ना नरेंद्र सिंह वापस आया ना नीतू देवी जब नरेंद्र की माता जी ने गांव की महिला के साथ उंन दोनों को ढूंढने की कोशिश की
मगर दोनों का कोई अता-पता नहीं चला थक-हार के नरेंद्र की माता जी ने पूरे गांव को बेटा और बहू की तलाश करने को कहा जब हम सब गांव वाले उंनको ढूंढने गए
तो गांव के कुछ लड़कों की नजर दूर से टार्च के फोकस में पेड़ पे फांसी में लटका नरेंद्र को देखा तो पैरों के तले जमीन खिसक गई
लोगो ने पटवारी जी को फोन किया और बताया कि हमारे गांव में पति-पत्नी का झगड़ा हुआ और पति ने फांसी लगा दी मगर पत्नी का कोई पता नहीं है पटवारी जी तुरंत अपनी पूरी टीम के साथ घटना स्थल के पास पहूंच गए फिर लोगो नीतू की खोज की तो कुछ दूरी पर नीतू भी जमीन पर मृत पड़ी थी नेपालियों और आस पास के लोगों की मदद से बड़ी मुश्किल से उंनको घर लाए
आपको ये बता दें कि ये ये दोनों अपने पीछे दो मासूम लड़कियां छोड़ गए जिंनको अभी तक ऐ भी नहीं पता की मरने के बाद इंसान वापस नहीं आता
कल 28 मार्च को गांव वाले पोस्ट मार्टम के लिए उंनको कोटद्वार ले के आऐं है आज उनका अंतिम संस्कार गाडीघाट में किया जाएगा।
जैसे ही लोग इन दोनों को कोटद्वार लेकर पहूचे तो विधायक दलिप सिंह रावत जी ने अपने भाई के साथ मौके पर पहुचे और दुख जताया साथ में आये लोगो के लिए रहने व खांने की व्यवस्था की।
– पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल