इंटर कॉलेज के दिव्यांग चपरासी की हत्या: धारदार हथियार से गर्दन रेतने के बाद कूंचा सिर

•मुंह से निकल रहा था झाग
•लाश को कब्जे में लेने गई पुलिस का परिजन और ग्रामीणों ने किया विरोध
•रोहनिया थाना क्षेत्र के कचनार की वारदात से सनसनी

वाराणसी- रोहनिया थाना क्षेत्र के कचनार में स्थित एक इंटर कॉलेज के चपरासी सुभाष चंद्र पटेल (45) की धारदार हथियार से गला रेतने के बाद सिर कुछ कर हत्या कर दी गई। रविवार की सुबह जब कॉलेज के कर्मचारी मौके पर पहुंचे तो उन्हें घटना की जानकारी हुई। जिसके बाद सुभाष के परिजनों और पुलिस को सूचित किया गया। सुभाष के मुंह से झाग भी निकल रहा था। हत्यारों ने प्रचार कक्ष और रिकॉर्ड रूम को भी आग लगा दिया है। मौके पर पहुंचे एसपीआरए अमित कुमार, सीओ सदर और रोहनिया इंस्पेक्टर ने जब शव को कब्जे में लेने का प्रयास किया तो परिजन और ग्रामीण हंगामा करने लगे।
करीब घंटे भर बाद पुलिस ने किसी प्रकार शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। सुभाष की हत्या को लेकर चर्चा है कि स्कूल प्रबंधन समिति से जुड़े झगड़े को लेकर उसकी हत्या की गई है। मरुई (इटहीं) निवासी सुभाष चंद्र पटेल हाथ और पैर से विकलांग जुड़वा सुभाष कचनार इंटरमीडिएट कॉलेज में चपरासी का काम कर रहा था। सुभाष कॉलेज से केवल खाना खाने के लिए अपने घर जाता था कल रात भी खाना खाकर सुभाष वापस कॉलेज आया था। रविवार की सुबह सात बजे जब कॉलेज के कुछ कर्मचारी वहां पहुंचे तो देखा कि पोर्च में बने टीन सेड के नीचे चौकी पर सुभाष की लाश पड़ी हुई है। उन्होंने घटना की जानकारी प्रधानाचार्य सहित अन्य लोगों को दी। कुछ देर में ही मौके पर सुभाष के परिजनों और ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। हत्यारों ने सुभाष का गर्दन धारदार हथियार से रेतने के बाद उसके सिर के पीछे किसी वजनी चीज से प्रहार किया था। इसके साथ ही सुभाष को जहर देने की भी आशंका जताई जा रही है। उसके मुंह से झाग निकल रहा था। सुभाष के परिजन और ग्रामीणों ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा खड़ा कर दिया। इस दौरान पुलिस ने तीन बार सुभाष के शव को कब्जे में लेने का प्रयास किया, लेकिन हंगामेबाजी के आगे पुलिस को पीछे हटना पड़ा। बाद में किसी प्रकार समझा बुझा कर लोगों को शांत कराया गया और सुभाष के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। घटना के संबंध में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि स्कूल में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज को कब्जे में लेकर जांच की जा रही है।
एफसीआई परीक्षा होने से पहले स्कूल के चपरासी की हुई हत्या:-
कचनार स्थित जिस कॉलेज पर सुभाष चंद्र पटेल चपरासी का काम करता था रविवार को वहां एफसीआई की परीक्षा होनी है। दोपहर 12 बजे से आयोजित परिक्षा से पहले ही सुभाष की हत्या और लोगों के द्वारा हंगामा करने से पुलिस के हाथ-पावं फूल गए थें। करीब घंटे भर बाद लोग शांत हुए तब जाकर पुलिस ने सुभाष के शव को वहां से हटाया। परीक्षा से पहले कॉलेज के रिकॉर्ड रूम और प्रधानाचार्य कक्ष में आग लगाने को लेकर भी तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है। माना जा रहा है कि परीक्षा से पहले इस प्रकार की घटना करने में कुछ कॉलेज के ही लोग शामिल हैं।
दिव्यांग सुभाष पर था परिवार का बोझ:-
मरुई निवासी सुभाष हाथ पैर से विकलांग था। चार बच्चे और पत्नी के भरण पोषण की जिम्मेदारी सुभाष के कंधों पर ही थी। घटना की जानकारी पाकर मौके पर पहुंची सुभाष की पत्नी उसका शव देखकर बार-बार बेहोश हो जा रही थी। वहीं दो लड़के और दो लड़कियों का भी रो-रो कर बुरा हाल था। सुभाष की मौत के बाद उसके परिवार का खर्च कैसे चलेगा यह सवाल सबकी जुबान पर है। कॉलेज प्रबंध समिति की ओर से सुभाष की मौत पर अब तक कुछ नहीं बताया गया है।

रिपोर्ट-:कमलेश गुप्ता रोहनिया वाराणसी

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