आजादी के 74 साल बाद भी रतन माला पंचायत में है अभी कच्ची सड़क:कीचड़ में निकलने को मजबूर हैं ग्रामीण

बिहार /मझौलिया- देश को आजाद हुए 74 साल बीत चुके हैं। आज देश डिजिटल इंडिया की तरफ बढ़ रहा है । विश्व चांद पर बसने की तैयारी में लगा हुआ है । सुबे की सरकार विकास के तमाम बड़े-बड़े दावे कर रही है।लेकिन कुछ क्षेत्र ऐसे हैं जहां लोग आज भी विकास का इंतजार कर रहे हैं। ऐसा ही हाल है मझौलिया प्रखंड अंतर्गत रतन माला पंचायत के वार्ड नम्बर 9 स्थित उतिम पांडेय टोला से बनकट मुसहरी जाने वाली कच्ची सड़क का।जहां आजादी के 74 साल बीत जाने पर भी रास्ते पर ईट सोलिंग तक नहीं हुआ है। पक्की सड़क को कौन कहे राजन कुमार कुशवाहा, राजेंद्र महतो, हरिंदर महतो , गोपाल जी पटेल, कृष्णा पटेल, अच्छेलाल महतो , चंदन कुमार, संतोष पटेल, कन्हैया राउत, नंदलाल पटेल आदि ग्रामीणों ने बताया कि बरसात के समय हम लोगो को काफी परेशानियो का सामना करना पड़ता हैं । कीचड़ में चलकर आना जाना पड़ता है। इस कच्ची सड़क ईट सोलिंग तथा पक्कीकरण कराने के लिए तमाम जनप्रतिनिधियों एमपी विधायक से गुहार लगाई गई लेकिन यह कच्ची सड़क आज भी विकास से कोसों दूर है। तथा विकास का वादा करने वालों के नाम पर बदनुमा दाग के समान है।
ग्रामीणों का कहना है कि इस कच्ची सड़क से होकर बनकट मुसहरी होते हुए ऐतिहासिक बाजार सरिसवा में जाने बहुत कम समय लगता है। लेकिन बरसात के दिनों में सब कुछ दयनीय हो जाता है। ग्रामीणों ने प्रशासन का ध्यान इस कच्ची सड़क की तरफ आकृष्ट कराते हुए अभिलंब इस सड़क की दुर्दशा से निजात दिलाने की गुहार लगाई है।
सूत्रों का कहना है कि उक्त कच्ची सड़क के निर्माण के लिए विभाग द्वारा टेंडर कर दिया गया है। बरसात खत्म होते ही सड़क निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना है।

– मझौलिया से राजू शर्मा की रिपोर्ट

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