आखिर पकड़ ही लिया गया आदमखोर तेंदुआ, दहशत से घरों में कैद थे लोग

बरेली। सोमवार की रात थाना शीशगढ़ क्षेत्र के गांव बुझिया में 12 वर्षीय बच्ची को मौत के घाट उतारने वाला आदमखोर तेंदुआ आखिर वन विभाग की टीम ने पकड़ ही लिया गया। पिछले एक महीने में तेंदुए की लगातार इलाके में दस्तक जारी रही। इस कारण क्षेत्र के लोग खौफजदा थे। तेंदुए ने जहां बच्ची उपासना को निवाला बनाया था। वन विभाग ने उसी खेत में मंगलवार को पिंजरा लगाया था। जिसमें देर रात किसी समय तेंदुआ पिंजरे में कैद हो गया। गांव वालों ने बुधवार की सुबह देखा तेंदुआ पिंजरे में दहाड़ रहा था। सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई। रेंजर ने बताया कि अधिकारियों के दिशा निर्देश पर तेंदुए को दूर जंगल या चिड़ियाघर में छोड़ा जाएगा। गौरतलब है कि सोमवार की रात थाना शीशगढ़ क्षेत्र के गांव बुझिया में किसान बबलू की 12 वर्षीय बच्ची उपासना रात में आठ बजे दुकान पर कुछ सामान लेने के लिए गई थी। जहां से घर वापस लौटते समय पहले से घात लगाए बैठे तेंदुए ने बच्ची पर झपट्टा मारकर उसे उठा ले गया। बच्ची के चीखने की आवाज पर ग्रामीणों ने तेंदुआ का पीछा किया लेकिन अंधेरा होने की वजह से वह आंखों से ओझल हो गया था। सोमवार को पूरी रात बच्चे को तलाश किया था। लेकिन बच्चे का कुछ पता नहीं चल सका था। जिसके बाद मंगलवार की सुबह बच्ची का शव गन्ने के खेत में मिला। सिर पैर और हाथ अलग अलग पड़े हुए थे तेंदुए ने हाथ पर और आधा धड़ खा लिया था तेंदुए के आदमखोर होने के बाद वह उसी क्षेत्र में चक्कर लगा रहा था वन विभाग की टीम ने मंगलवार की रात को गन्ने के खेत में पिंजरा लगाया था। जब बुधवार की सुबह देखा तो तेंदुआ पिंजरे में कैद था। ग्रामीणों की भीड़ जुटने के बाद तेंदुआ धाड़ मारने लगा। तेंदुआ पकड़े जाने की सूचना पर आसपास के गांव से भी भीड़ जुट गयी। मौके पर पहुंचे रेंजर रविंद्र सक्सेना ने बताया कि उच्च अधिकारियों के निर्देश के बाद तेंदुआ को कहीं जंगल या चिड़ियाघर में पहुंचाया जाएगा।
तेंदुआ पकड़े जाने से ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
तेंदुआ पकड़े जाने के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है। पिछले एक माह से तेंदुआ इलाके में देखा जा रहा था। जिसकी वजह से ग्रामीणों में दहशत का माहौल बना हुआ था। लोग घरों में कैद थे। बच्ची का शिकार होने के बाद ग्रामीण और भी ज्यादा दहशत में आ गए। ग्रामीणों ने अपने बच्चों को घरों में कैद कर दिया था। लोगों ने खेती करना छोड़ दिया था और अपने जानवरों को भी घरों में बांध रहे थे।।

बरेली कपिल यादव

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

किसी भी समाचार से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।समाचार का पूर्ण उत्तरदायित्व लेखक का ही होगा। विवाद की स्थिति में न्याय क्षेत्र बरेली होगा।