अल्लाह की रजा चाहते हो तो नमाज पढ़ो ! मौलाना अब्दुल गफ्फार

भदोही-नईबाजार स्थित मदरसा फैजुल उलूम के प्रांगण मे शनिवार की रात खैरे उम्मत कांफ्रेंस का आयोजन किया गया। कांफ्रेंस का आगाज हाफिज आफताब आलम ने कुरआन की तिलावत के साथ किया।

उसके बाद कांफ्रेंस को खिताब करते हुए मौलाना अब्दुल गफ्फार सलफी ने कहा कि अल्लाह की रहमत पाने के लिए पाबंदी के साथ नमाज अदा करें। नमाज न पढ़ने वालों को परवदिगार पसंद नहीं करता। कहा कि नमाज अदा करने के साथ-साथ जकात अदा कर पड़ोसी का सच्चा हक अदा करें। गरीबों, जरुरतमंदों की मदद करने से अल्लाह खुश होता है। पड़ोसियों का हक मारने वाला कभी भी खुश नहीं रह सकता। वहीं मौलाना मो. गुफरान रहमानी ने कहा कि आज देखने को मिल रहा है कि नई पीढ़ी धर्म के मार्ग से भटक रही है, जो चिंता का विषय है। कहा कि बुराई से निकलने के बाद ही भलाई व मुहब्बत का रास्ता अख्तियार कर सकते हैं।इसी तरह मौलाना सनाउल मदनी ने नई पीढ़ी को धर्म के मार्ग पर चलने का आह्वान किया। कहा कि इतिहास गवाह है, जो अपने धर्म से भटका, उसका कल्याण कभी नहीं हुआ। कांफ्रेंस मे दूर दराज से चल कर आये लोगो ने इस्लाही तकरीर से अपने दिलो को मुनव्वर किया। इस मौके पर वकील अहमद, हाजी वासिफ अंसारी राशिद अंसारी, मकसूद अंसारी, मो. अहद, मो. अफजल, जमील अंसारी, इश्तियाक अंसारी, हाजी अय्यूब अंसारी, हलीमुल्ला अंसारी, हाजी मुनौव्वर अंसारी, कामिल अंसारी आदि रहे। सदारत शेख अब्दुल मतीन मदनी व निजामत अकीतुरर्हमान नदवी ने किया।
-आफ़ताब अंसारी पत्रकार

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