बरेली। पंच दिवसीय दीपोत्सव के अंतिम पर्व भाई दूज गुरुवार को कई मंगलकारी संयोग मे मनाया जाएगा। भाई दूज भाई-बहन के बीच के विशेष प्रेम और स्नेह पर केंद्रित है। यह कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर मनाया जाता है। बरेली के पंडित मुकेश मिश्रा ने बताया कि इस बार इस तिथि पर विशाखा नक्षत्र और आयुष्मान योग, बुधादित्य व शिववास योग का संयोग बन रहा है। ज्योतिष शास्त्र में इस योग को शुभ माना जाता है। इस शुभ अवसर पर भगवान शिव कैलाश पर जगत की देवी मां गौरी के साथ रहेंगे। शिववास योग के दौरान शिव परिवार की पूजा से सकल मनोरथ सिद्ध होते हैं। इस दिन कलम दवात के साथ-साथ भगवान चित्रगुप्त की पूजा करने की परंपरा है। पूजा थाली में रोली, चंदन, अक्षत, दीपक, मिठाइयां और नारियल रखें। भाई को पूर्व या उत्तर दिशा की ओर बिठाएं और उनके माथे पर रोली या चंदन का तिलक लगाएं। भाई की आरती उतारें और उनकी लंबी उम्र, सुख-समृद्धि की कामना करें।
शुभ मुहूर्त
शुभ योग सुबह 6:19 बजे से दोपहर 1:21 बजे तक। शुभ का चौघड़िया शाम 4:09 बजे से शाम 5:34 बजे तक।
ज्योत्साचार्य के मुताबिक मध्याह्न 1:21 बजे से 2:45 बजे तक राहुकाल व्याप्त रहेगा। इस दौरान भाई दूज का त्योहार मनाने से परहेज करें।
बरेली से कपिल यादव
