गाजीपुर। मुहम्मदाबाद तहसील के चर्चित ग्राम शेरपुर के सेमरा शिव राय का पुरा के कटान पीड़ितों ने सेमरा गंगा तट पर शासन प्रशासन एवम जनप्रतिनिधियों के बहरे कानों व बन्द आंखों को खोलने का प्रयास करते हुवे बुद्धि शुद्धि यज्ञ का आयोजन किया। अपनी मांगो की अनदेखी एवम उपेक्षात्मक रवैया के खिलाफ ग्रामीणों ने क्रमिक धरना के दौरान समवेत स्वर में आक्रोश भी जताया। उपस्थित ग्रामीणों ने साफ साफ शब्दों में कहा की उनकी मांगे पूरी होने तक यह आंदोलन जारी रहेगा। ज्ञात हो की गंगा के कटान से लंबे समय से बर्बादी का दंश झेल रहे सेमरा व शिव राय का पुरा को बचाने के लिए तत्कालीन सपा सरकार में सांसद नीरज शेखर ने 23 करोण की लागत से 2014 में रामतुलाइ से सेमरा गांव के पश्चिम छोर तक 1560 मीटर लम्बा बोल्डर पीचिंग करा कर ठोकर का निर्माण कराया था।2015 के बाढ में रामतुलाई के पास पूर्वी सिरे पर ठोकर का काफी हिस्सा टूट कर गंगा की धारा में विलीन हो गया। उस दौरान विभाग की तरफ से बांस बल्ली के सहारे ठोकर को बचाने का प्रयास किया गया था। मां गंगा की कृपा से उस वर्ष जल स्तर बाढ का रूप नहीं ले सका इसके परिणामस्वरूप उस ठोकर व कृषि भूंमि के अलावा आबादी को कोई खास नुकसान नहीं हुवा। वर्ष 2016 के भारी बाढ के दबाव को उक्त ठोकर सहन नहीं कर पाया और लगभग 400 मीटर लम्बा ठोकर के साथ साथ शेरपुर जाने वाली मुख्य सडक का काफी हिस्सा भी गंगा की धारा में समाहित हो गया। उस समय मौके पर पहुंचे जनप्रतिनिधियों के अलावा विधान सभा का चुनाव लडने के संभावित उम्मीदवार ने भी सेमरा के ग्रामीणों को पूरी तरह से आशवस्त किया था की अगले वर्ष आने वाली बाढ से पूर्व ठोकर का मरम्मत करा कर इस गांव को पूरी तरह से बचाने का प्रयास किया जायेगा। लेकिन सरकार बनने के बाद भी उम्मीद पूरी नहीं हुइ। संयोग अच्छा रहा की वर्ष 2017 में मा गंगा ने कृपा किया। गंगा का जल स्तर काफी कम रहने से यह गांव अपने अस्तित्व पर कायम रहा। अब बरसात का मौसम काफी नजदीक है ।
प्रदीप दुबे,गाजीपुर
जनप्रतिनिधियों व शासन प्रशासन के लिए किया बुद्धि शुद्धि यज्ञ
