कोरोना काल में तेजी से बड़ी साइकिल की डिमांड, बच्चों में भी बढ़ा क्रेज

फतेहगंज पश्चिमी, बरेली। कोरोना के इस दौर में काफी कुछ बदल गया है। लोगों की लाइफ स्टाइल से लेकर ट्रैवल करने के तरीकों में बदलाव आ गया है। अब लोग ट्रेवल के लिए अपने निजी वाहन को प्राथमिकता दे रहे है। वहीं कुछ ऐसे भी लोग है जिन्होंने साइकिल खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। यही वजह है कि बीते 5 महीनों में साइकिल की बिक्री दोगुनी हो गई है। जनपद में लॉकडाउन से पहले यहां पर साइकिल की डिमांड कम थी। जनपद में पिछले पांच माह में साइकिल की डिमांड तेजी से बढ़ी है। क्योकि इस समय लोग कोरोना वायरस की वजह से शरीर को फिट रखने व रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए साइकिल का इस्तेमाल कर रहे हैं। ऐसे में घरों में छोटे छोटे बच्चों में साइकिल का क्रेज बढ़ा है। लोग सुबह शाम व बाजार से सामना खरीदने के लिए साइकिल से जा रहे हैं। जिससे फिटनेस भी सही हो रही और पैसा भी बच रहा है। इसी को लेकर साइकिल की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। साइकिल विक्रेताओं का कहना है कि साइकिलों की मांग बढ़ोतरी अभूतपूर्व है। शायद इतिहास में पहली बार साइकिलों को लेकर ऐसा रुझान देखने को मिल रहा है। साइकिल विक्रेताओं से जब इस विषय पर चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि इन 5 महीनों में साईकिलो की बिक्री सौ प्रतिशत तक बढ़ी है। कई जगह लोगों को अपनी पसंद की साइकिल के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। बुकिंग करवानी पड़ रही है। अनलॉक के दौरान सड़कों पर वाहनों की संख्या व प्रदूषण में कमी के कारण भी लोग साइकिलिंग को देकर प्रोत्साहित है। सबसे बड़ी बात यह है कि इतने ज्यादा लोग पहली बार साइकिल खरीद रहे है। पहली बार लोगों का साइकिल को लेकर ऐसा रुझान देखने को मिला है। एक कारण यह भी है कि पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त लोगों को कोरोना वायरस का खौफ ज्यादा है। इस तरह के छोटी-छोटी बीमारी से ग्रस्त लोगों ने भी साइकिल को ही स्वस्थ रहने के लिए बेहतर माना है। ऐसे लोगों को डॉक्टरों ने भी साइकिलिंग की सलाह दी है।
फिटनेस वाली साइकिल का बड़ा क्रेज
घंटा घर पर साइकिल का कारोबार करने वाले ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के बाद लॉकडाउन के कारण अप्रैल महीने में एक भी साइकिल की बिक्री नहीं हुई। मई के महीने में साइकिल की बिक्री होनी शुरू हुई। जून महीने के कारोबार में तेजी आई माल मंगाने के लिए एडवांस पैसा भेजने के बावजूद काफी दिनों में माल मिल पा रहा था। जून के महीने में फिटनेस वाली साइकिलों की मांग अधिक हो गई। जिसका मुख्य कारण था बच्चे घर में रहते रहते बेडौल होने लगे थे। मांग इतनी अधिक हुई कि अब तो ग्राहकों को कुछ समय मनपसंद साइकिल के लिए इंतजार करना पड़ रहा है। उनका मानना है कि कोरोना संक्रमण महामारी ने लोगों को अपनी सेहत व इम्यूनिटी को लेकर सजग बनाया है इसके अलावा फिजिकल डिस्टेंसिंग को लेकर भी लोग सचेत हुए हैं। उन्होंने बताया कि शारीरिक व्यायाम की दृष्टि से बाजार में बैटरी व पैदल से चलने वाली स्मार्ट साइकिल भी आ चुकी है जिसकी कीमत 25 हजार से 75 हजार तक है।।

बरेली से कपिल यादव

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