बरेली। परिवहन विभाग ने 1 से 31 अक्टूबर तक चलाए विशेष प्रवर्तन अभियान के तहत 560 बसों की जांच की, जिसमें 112 बसों का चालान और 22 बसें सीज कीं। इसके अलावा पांच बसें को तकनीकी दृष्टि से गलत पाया गया, जिन पर सुधारात्मक कार्रवाई की गई। वही विभाग ने 3.25 लाख रुपये का शमन शुल्क भी वसूला है। आरटीओ प्रवर्तन प्रणव झा ने बताया कि यह अभियान अवैध बस संचालन, बिना परमिट परिवहन, कर चोरी और यात्री सुरक्षा उल्लंघन के विरुद्ध चलाया गया था। जिसमें कुल 560 बसों की जांच की गई, इनमें बरेली में 180 बसों की जांच में छह बसें बिना परमिट संचालन में पाई गईं और 18 बसों में परमिट शर्तों का उल्लंघन पाया गया। कुल 47 बसों का चालान किया। आठ बसों को सीज और तीन बसों से 57 हजार का जुर्माना वसूला गया। इसी तरह बदायूं में 175 बसों की जांच में 11 बसें परमिट शर्तों का उल्लंघन करते पाई गईं। इनमें कुल 11 बसों के चालान कर चार बसों को सीज किया। वहीं पांच बसों से 72 हजार का जुर्माना वसूला गया। पीलीभीत में 88 बसों की जांच हुई। इनमें 4 बसें बिना परमिट पाई गईं। 26 बसें परमिट शर्तों का उल्लंघन कर संचालन कर रही थी। कुल 33 बसों के चालान कर सात बसो को सीज करने की कार्रवाई की गई है। इसमें नौ बसों से 1.46 लाख रुपये का जुर्माना वसूला गया। वही शाहजहांपुर में 117 बसों की जांच की गई। जिनमें पांच बसें बिना परमिट पाई गई। 14 बसें परमिट शर्तों का उल्लंघन कर संचालन कर रही थी। कुल 21 बसों के चालान कर तीन बसों को सीज किया गया है। इसमें दो बसों से 50 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया। आरटीओ ने कहा कि शासन के साथ-साथ परिवहन विभाग का उद्देश्य यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक परिवहन सेवा प्रदान करना है। बस संचालकों को सख्त हिदायत दी है वे नियमों का पालन कर यात्रियों की सुरक्षा के साथ किसी भी तरह का समझौता न करें।।
बरेली से कपिल यादव
