सादड़ी/पाली-राजस्थान। प्रजापत समाज की बच्ची को इंसाफ नही मिल रहा, आखिर स्वतंत्र भारत मे चंद प्रभावशाली लोगो की तानाशाही कैसे चल सकती है।
जिस देश मे संविधान के ऊपर कुछ नही तो उस देश के संविधान में ऐसा कहा लिखा हुआ है की मंत्री के जाती वाले को गिरफ्तार नही कर सकते चाहे आरोप साबित ही क्यो नही हुए हो ।
जब एक मंत्री के कहने से प्रदेश सरकार ही मानव के मूलभूत अधिकारों का हनन कर रही तो प्रशासन से क्या उम्मीद की जा सकती है।
समस्त प्रजापत सौताला के लोगो द्वारा मासूम बच्ची को न्याय दिलाने और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए हर संभव कोशिश की गई मगर सफलता नही मिली। 22 जून को घाणेराव अस्पताल लोकार्पण समारोह में आए गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया को भी समाज के लोगो ने ज्ञापन सौंपा एवम गिरफ्तारी की मांग की इसके अतिरिक्त ऊर्जा मंत्री पुष्पेंद्र सिंह राणावत के साथ भी समाज के लोगो ने बैठक कर आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की , जिस पर मंत्री बोले कि फाइल जयपुर भेजता हु मामले को देख लेंगे।
जब समाज के लोगो ने विरोध कर कहाँ की कितनी फाइले जयपुर भेजोगे मामला तो साफ है एवम पुलिस कार्रवाई में आरोप सिद्ध हुए इसकी भी कॉपी उपलब्ध हैं तो बार बार जयपुर क्या भेजना है, इस पर मंत्री ने समाज के राजनीति से अनभिज्ञ युवाओ को अपने प्रभाव से चुप्प करवा दिया।
*क्या है मामला*
रानी थाना क्षेत्र की उच्च माध्यमिक विद्यालय परिसर में पाँचवी की मासूम छात्रा से अश्लील हरकत करने के आरोपी चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी जालमसिंह निवासी गुड़ा जैतसिंह को गिरफ्तार करने के लिए परिजनों ने कई अधिकारियों के दरवाजे खटखटाए लेकिन दस माह बीत जाने के बाद भी आरोपी जालमसिंह की गिरफ्तारी नहीं हो सकी, ज्ञातव्य है कि आरोपी ऊर्जा मंत्री का खास एवम जाती का है।
आरोपी की ऊर्जा मंत्री के सपोर्ट से क्षेत्र में खासा दबदबा एवम धाक है ।
मंत्री कर रहे पद का गलत उपयोग, ऐसा कई बार देखा गया है कि मंत्री के करीबी को पुलिस छू भी नही सकती ।
जब प्रशासन चाहे कितना ही अच्छा काम क्यो न कर ले, मंत्रियो का गलत आदेश तो मानना ही पड़ता है।
राज्य के मंत्रियों में एक तरह सा फैशन चल पड़ा है की अपने कार्यकर्ताओं की गैरकानूनी मांग मानना चाहे अगली बार सरकार रहे या ना रहे।
– दिनेश लूणिया ,सादड़ी/राजस्थान