बेसिक शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी करते दो शिक्षक बर्खास्त

बलरामपुर – प्रदेश मे शिक्षा के लिहाज से पिछड़े जनपद को जालसाजी का चरागाह बना चुके तथाकथित शिक्षकों का फर्जीफिकेसन का खेल रुक नही रहा है ।
गुरुवार को बीएसए रमेश यादव ने पुनः दो जालसाज प्राथमिक शिक्षकों को जाली अभिलेख पर नौकरी करने के आरोप मे बर्खास्त करने का आदेश जारी किया है । प्राप्त जानकरी के अनुसार गैसडी के मौलाडीह प्राथमिक विद्यालय मे तैनात हरेंद्र सिँह पुत्र किशन चन्द्र व रेहरा बाजार के परसिया प्राथमिक स्कूल के नीरज कुमार पुत्र सोबरन सिँह फर्जी बीटीसी की डिग्री के सहारे नौकरी कर रहे थे । बीएसए द्वारा जारी पत्रांक के अनुसार इनके प्रमाण पत्र के सत्यापन मे राज्य प्रशिक्षण संस्थान एवं जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानो मे नदारद है । साथ ही इन्हे इसके पक्ष मे अपने तर्क रखने के लिये पर्याप्त समय देने के बाद ये नही आ सके । इससे यह प्रमाणित होता है कि ये फर्जी दस्तावेजों के सहारे अब तक नौकरी कर रहे थे । बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कहा है कि इनके खिलाफ नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है । वैसे ये एक गम्भीर मामला है इस सम्बन्ध मे इन फर्जी शिक्षकों के कारण चयन से बाहर हुये बेरोजगारों से उनकी राय जानी तो उनका गुस्सा चयन समिति और तत्कालीन डायट प्राचार्य पर फूट पड़ा । कि जिले मे फर्जी दस्तावेजों के सहारे नौकरी करने वाले शिक्षकों के प्रकरण आये दिन प्रकाश मे आते रहते हैं। इससे बेरोजगारों मे एक गलत संदेश जा रहा है । प्रशिक्षण प्राप्त घर बैठे बेरोजगारों के अनुसार तमाम फर्जी लोग यहाँ से ऐसे ही ज्यादा मेरिट के अंक पत्र बनवाकर नौकरी करके अब अन्य जनपदों मे स्थानांतरित हो चुके हैं । जिले मे कम मेरिट होने के कारण बड़े शहरों से ऐसे ही लोग जालसाजी करके हम बेरोजगारो का हक मार रहे हैं । इनके खिलाफ सख्त कार्यवाही होनी चाहिये और इनके जगह पर कम अंक वाले बेरोजगारों को नौकरी मिलनी चाहिये । इसमे तत्कालीन डायट प्राचार्य के भी संलिप्तता की जाँच की जरूरत है ।

रिपोर्ट- उमेश चन्द्र तिवारी, देवीपाटन

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

किसी भी समाचार से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है।समाचार का पूर्ण उत्तरदायित्व लेखक का ही होगा। विवाद की स्थिति में न्याय क्षेत्र बरेली होगा।