पूर्णिया/ बिहार – देश मे बढ़ती ईंधन के दाम को लेकर कल 10 सितंबर 2018 पूरा देश बंद करने की कांग्रेस ने घोषणा की थी । और भारत बंद का व्यपाक असर बिहार सहित देश के सभी राज्यो में देखने को मिला । कहीं आगजनी तो तोड़फोड़ की खबरे सामने आई । पर इसका क्या कोई असर पड़ा ? बीजेपी ने बढ़ी पेट्रोल और डीजल के दाम को लेकर अपनी सफाई दे दी कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के खेल से से महंगाई बढ़ी है । पर आज जिस प्रकार से भारत बन्द से व्यपारिक और सामाजिक तौर से क्षति पहुची है उसका जिम्मेदार कौन है । लोग परेशान रहे बाजार बंद रहा । बस, ट्रैन , से लेकर यातायात के सारे साधन बन्द रहे । कहीं बस में आग लगाई गई तो कही निजी संस्थानों को क्षति पहुचाया गया ।
कांग्रेस नेताओं की मांग है कि पेट्रोल-डीजल को जीएसटी के दायरे में लाना चाहिए, क्योंकि तेल की कीमतें बढ़ने से महंगाई बढ़ती है। कांग्रेस का कहना है कि लगातार बढ़ रही पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत से जनता परेशान है। सरकार गरीबों पर सीधी मार कर रही है। महंगाई आसमान छू रही है और सरकार कहती है अच्छे दिन आ गए ।
जानकारी के अनुसार मुजफ्फरपुर की रामू ठाकुर गली में राजद का झंडा लेकर कुछ लोग बंद कराने के लिए सड़क पर थे। इसी बीच वहां से गुजरते स्वयं प्रकाश नामक एक युवक को बंद समर्थकों ने रोका। बंद समर्थकों से उलझकर युवक सड़क पार कर घर पहुंचा। लेकिन, पीछे से बंद समर्थक भी घर में घुस गए और उसके सिर में गोली मार दी। युवक दरभंगा के पटोरी का रहने वाला है। वह एक रिश्तेदार के यहां श्राद्ध कर्म में भाग लेने अहियापुर आया था।
– बिहार ,पूर्णिया से शिव शंकर सिंह