बरेली। रामगंगा नदी के किनारे लगने वाले ऐतिहासिक चौबारी मेले मे देव दीपावली के दिन सुबह हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। गुरुवार शाम से ही मेला अपने चिर परिचित अंदाज में देखने को मिला। मेले मे सजी लकड़ी, पत्थर की नक्काशी की दुकानों के साथ ही खाने के लिए चाउमीन, समोसे और गर्मागर्म जलेबी औन अन्य नाश्ते की दुकानों पर लोगों की भीड़ दिखाई पड़ी। शुक्रवार देर रात तक मेले में और चहल-पहल बढ़ी। सुबह से जहां रामगंगा में डुबकी लगाने वालों की संख्या लाखों मे है। रामगंगा के किनारे लगने वाले चौबारी मेले मे गुरुवार की देर रात से ही ट्रैक्टर ट्राली, कार व अन्य निजी वाहनों से स्थानीय ही नहीं आसपास के जिलों के श्रद्धालु रामगंगा में अस्था की डुबकी लगाने पहुंचे। भीड़ का आलम यह था कि जगह-जगह रास्ते में लोगों को जाम की समस्या से सामना करना पड़ रहा था। वहीं पुलिस भी जाम हटवाने के लिए जुझती दिखाई पड़ी। हालांकि रात तक मेले में और भीड़ के साथ रौनक दिखाई पड़ी। मेले में बच्चों के लिए दर्जनों आकर्षक झूले लगाए गए हैं। वहीं लकड़ी, पत्थर और लोहे से बने सामान आकर्षण का केंद्र है। मेले में लगी आर्केस्टा पार्टियों के पंडालों में युवाओं की भारी भीड़ दिखाई पड़ी, जो फिल्मी गानों पर जमकर थिरकते भी नजर आए। वहीं देव दीपावली को लेकर रामगंगा नदी मे दीपोत्सव से रामगंगा नदी में अलग ही नजारा दिखाई दिया। चौबारी मेले में एक तरफ जहां लोग आस्था की डुबकी लगाते हैं तो दूसरी तरफ पश्चिमी यूपी का सबसे बड़ा घोड़ा बाजार आकर्षण का केंद्र रहता है। इस बार भी घोड़ा बाजार अपने रौनक में दिखाई पड़ा। जहां सैकड़ों की संख्या में अच्छे नस्ल के घोड़ा और घोड़ी बिक्री के लिए पहुचे हैं। वहीं इनकी खरीद के लिए आसपास के जिले से ही न हीं दूसरे प्रांत से भी सौदागर बोली लगाने आए हैं।।
बरेली से कपिल यादव