बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। लचर व्यवस्था का फायदा उठाकर खनन माफियाओं का कारोबार मीरगंज व फतेहगंज पश्चिमी क्षेत्र में फलफूल रहा है। अवैध खनन के चलते आए दिन दुर्घटनाओं मे लोगों की जान जा रही है। लेकिन प्रशासन इसे रोक पाने में लाचार साबित हो रहा है। पकड़े जाने पर जुर्माने का भुगतान करके फिर खनन शुरु कर देना माफियाओं का शगल बन गया है। इन खनन करने वालों पर केस भी दर्ज होते है लेकिन यह केस डंपर चालकों व माफिया के गुर्गो पर ही होते है। बड़े माफिया पर कोई कार्रवाई नही होती। जिन लोगों पर केस भी दर्ज होता है। पुलिस की ढीली रिपोर्ट की वजह से वह कोर्ट से बरी हो जाते है। खनन माफियाओं पर प्रशाशन इस कदर मेहरवान है कि अभी हाल ही मे जेसीबी मशीन से सरेआम हो रहे मिट्टी का अवैध खनन करती पकड़ी गई। उसके साथ आठ दस ट्रैक्टर ट्रॉली भी थे। जिसमे एक ट्रेक्टर ट्राली और जेसीबी मशीन को खनन करते हुए गांव बालो की शिकायत पर पकड़ लिया गया। तीन दिन बन्द करने के बाद प्रशासन ने जेसीबी का चालान खनन मे न कर एमबी एक्ट मे चालान कर पल्ला झाड़ लिया। जिससे खनन माफियाओं को मदद मिल सके और वह दोबारा खनन कर सके। गांव बाले खनन करने बाले ट्रैक्टर ट्रॉली बालों से इस कदर परेशान है कि उनके बच्चे गली मोहल्लों मे खेल भी नही सकते है। रात दिन ट्रैक्टर ट्रॉली धमाचौकड़ी काटती रहती है। रात में गांव बाले सोने तक को परेशान है और प्रशासन गांव बालो के दुख को समझ ही नही रहा है। आपको बता दे ठिरिया खेतल गांव में नदी के किनारे माफियाओं के द्वारा दिन रात जेसीबी मशीन लगाकर मिट्टी का अवैध खनन किया जा रहा है। जिससे राजस्व विभाग को लाखों की क्षति हो रही है। ग्रामीणों का आरोप है कि क्षेत्र में खनन माफिया पुलिस प्रशासन की मिलीभगत से मिट्टी का अवैध खनन कर रहे है।।
बरेली से कपिल यादव