बरेली। कोरोना की दहशत के बीच शहर वासियों के लिए अच्छी खबर है। संदिग्ध लोगों की जांच के लिए जिला अस्पताल की पैथोलॉजी लैब में ट्रू-नेट (न्यूक्लिक एसिड एम्लीफिकेशन टेस्ट) मशीन स्थापित की गई है। ट्रू नेट लैब से कोरोना जांच में गर्भवती महिलाओं के लिए मददगार साबित हो रही है। कोरोना की आशंका में अस्पताल का स्टाफ और मरीज से दूरी बनाने की कोशिश कर रहा था। डॉक्टर ऑपरेशन से पहले कोरोना की जांच कराने को कह देते हैं। ऐसे में गर्भवतीयों को जांच कराने के लिए ज्यादा भटकना पड़ रहा था लेकिन अब जिला अस्पताल में ही गर्भवती महिलाओं का ऑपरेशन से पहले ट्रू नेट लैब से कोरोना का टेस्ट आसानी से हो रहा है। जिसकी रिपोर्ट भी कुछ ही घंटों में मिल जा रही है। इससे ऑपरेशन में दिक्कतें नहीं आ रही है। जिला अस्पताल ट्रू नेट मशीन अब तक 210 मरीजों की जांच कर चुकी है। इनमें से 7 लोग संदिग्ध पाए जा चुके हैं। उनकी आरटी- पीसीआर जांच आईवीआरआई से कराई गई तो वे सभी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। जिला अस्पताल आने वाले मरीजों व गर्भवतीयों को ऑपरेशन से पहले मरीजों की जांच कराई जाती है। जांच के परिणाम के लिए ज्यादा समय तक इंतजार भी नहीं करना पड़ रहा है। ट्रू नेट लैब से जांच की रिपोर्ट डेढ़ घंटे में आ जाती है। लैब प्रभारी डॉ यूवी सिंह ने बताया कि लगातार मशीन चलने पर रिपोर्ट आने के समय में करीब आधे घंटे तक की कमी आ जाती है। उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा गर्भवती और सीजर ऑपरेशन वालों के लिए मददगार साबित हो रही है। लैब में टेक्नीशियन की दो शिफ्ट में ड्यूटी लगाई गई है।।
बरेली से कपिल यादव