*वन्य प्राणियों की सुरक्षा, अवैध कटाई वन्य अपराधों पर रोक लगाने की कार्ययोजना
मध्यप्रदेश/ तेन्दूखेड़ा- प्रदेश के सबसे बडे़ वन्य अभ्यारण्य क्षेत्र नौरादेही में वन्य प्राणियों की सुरक्षा के साथ साथ जंगल की कटाई रोकने के लिए वन्य अभ्यारण्य प्रकाशन के द्वारा हाईटेक टेक्नालाजी का उपयोग शुरू किया जा रहा है जिसके तहत सर्वप्रथम ड्रोन कमरों से पूरे अभ्यारण्य क्षेत्र की निगरानी की जाएंगी 1,197वर्ग किमी क्षेत्र में फैले नौरादेही वन्य अभ्यारण्य क्षेत्र 3 जिलों में फैला हुआ है सागर दमोह और नरसिंहपुर जिलों के बीच फैले नौरादेही वन्य अभ्यारण्य में बांधवगढ़ और कान्हा केसली टाईगर रिर्जव क्षेत्र से लाए गए 2 टाईगरों की निगरानी के साथ अन्य वन्य प्राणियों की सुरक्षा ड्रोन कैमरों से सुनिश्चित की जाएगी नौरादेही वन्य अभ्यारण्य क्षेत्र को आधुनिक तरीक़े से विस्तार देने एवं उसमें वन्य प्राणियों की संख्या बढ़ाने के लिए विभाग द्वारा सर्वप्रथम निगरानी तंत्र को विकसित किया जा रहा है जिससे वन्य प्राणियों के शिकार की घटना के साथ साथ पेड़ों की अवैध कटाई रोकी जा सके 6 वन परिक्षेत्रों से घिरे नौरादेही वन्य अभ्यारण्य में टाईगर के अलावा भालू हिरण सांभर खरगोश नीलगाय सियार लकड़बग्घा तेदुआ सहित अनेक वन्य प्राणी मौजूद है जिनकी ठीक तरीके से रखवाली करने अब ड्रोन कैमरों का सहारा लिया जाएगा शुरुआत में नौरादेही अभ्यारण्य में 4 ड्रोन कैमरों से निगरानी होगी इसके लिए विभाग द्वारा प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य प्राणी आलोक कुमार को इस संबंध में कार्ययोजना तैयार कर भेज दी गई है जिसकी शीध्र स्वीकृति मिलने की संभावना अधिकारी लगा रहे हैं
बताया गया है कि नौरादेही अभ्यारण्य क्षेत्र में अभी चिह्नित मार्गों पर ही सीसीटीव्ही कैमरे लगाएं गए हैं जिनमें निगरानी हो रही है इसके अलावा जो बीट गार्ड सुरक्षा डयूटी में है उनसे मोबाईल एप से लोकेशन ट्रेस कर सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी जाती है ड्रोन कैमरों की व्यवस्था हो जाने के बाद नौरादेही वन्य क्षेत्र में आसमान से अपराधियों पर निगरानी रखी जा सकेगी और उन्हें पकड़ने के लिए शीध्र अमला भी भेजा जा सकेगा।
10-12लाख रुपए तक होगें खर्च:-
नौरादेही अभ्यारण्य क्षेत्र की सुरक्षा को चाक चौबंद बनाने के लिए तैयार की गई कार्य योजना में आधुनिक टैक्नालाजी पर जोर दिया जा रहा हैऔर जिसके प्रथम चरण में अभ्यारण्य क्षेत्र में सीसीटीव्ही कैमरे लगाएं गए हैं तो दूसरे चरण में ड्रोन कैमरे तैनात किए जाने की योजना तैयार की गई है सूत्रों द्वारा बताया गया है कि 4 ड्रोन कैमरे का प्रस्ताव भेजा गया है ड्रोन की कीमत ढाई से 3 लाख तक की होती है इस तरह 4 ड्रोन कैमरों के लिए10-12 लाख रुपए तक के बजट की जरूरत होगी।अब यह निर्णय विभाग को लेना है कि वह कितनी देर एवं दूरी तक चलने वाले ड्रोन की खरीदी करता है यह भी बताया गया है कि ड्रोन 4-5किमी दूर तक की निगरानी आसानी से कर लेता है कीमत में अंतर बैटरी की क्षमता के आधार पर आता है इसी को लेकर विभाग द्वारा विशेषज्ञों से राय ली जा रही है।
इनका कहना:-
नौरादेही वन्य अभ्यारण्य क्षेत्र में ड्रोन कैमरों की व्यवस्था कराने के संबंध में प्रस्ताव भेजा गया है शुरुआत में 4 ड्रोन कैमरों की मांग की गई है जिसकी जल्द ही स्वीकृति मिलने की संभावना है ड्रोन कैमरों आ जाने के बाद नौरादेही अभ्यारण्य की निगरानी में आसानी होगी
*डॉ अंकुर अवधिया वन मंडल अधिकारी नौरादेही अभ्यारण्य
– विशाल रजक मध्यप्रदेश