मध्यप्रदेश- उज्जैन कार्यक्रम के अन्तर्गत प्रदेश के ऊर्जा मंत्री पारस जैन शुक्रवार को इंदिरा नगर स्थित शासकीय प्राथमिक विद्यालय में पहुंचे। ऊर्जा मंत्री जैन जैसे ही विद्यालय पहुंचे, बच्चों ने नमस्ते सर कहकर उनका अभिवादन किया। मंत्री जैन ने विद्यालय के बच्चों से सामान्य ज्ञान, पहाड़े और राष्ट्रगीत के बारे में पूछा। बच्चों के सही जवाब पर मंत्रीजी द्वारा उन्हें ईनाम भी दिये गये। प्रत्येक ईनाम पर कक्षा तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठी।
मंत्री जैन के साथ पूर्व विधायक रोड़मल राठौर, स्थानीय पार्षद निशा बुद्धिसिंह सेंगर, डीपीसी सोलंकी, मोहन जायसवाल, महिपाल नाहर एवं अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे। अतिथियों द्वारा मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्वलन किया गया। इसके बाद ऊर्जा मंत्री पारस जैन ने कक्षा के बच्चों से अनुवाद किया।
बताओ बच्चों 1 से 100 की गिनती में 9 कितनी बार आता है?
जब पारस जैन ने छोटे-छोटे बच्चों से पूछा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री कौन हैं तो सभी बच्चों ने एक ही स्वर में जोर से कहा “शिवराज मामा”। इसके बाद बच्चों से कुछ रोचक प्रश्न मंत्रीजी द्वारा किये गये। बच्चों से पूछा गया कि एक से 100 तक की गिनती में 9 कितनी बार आता है? इस पर एक बच्चे द्वारा जवाब दिया गया- “एक से 100 तक की गिनती में 9, 20 बार आता है। इस पर मंत्री जैन ने शाबाशी देकर बच्चे को ईनाम दिया।
बच्चों से जैन ने कहा कि वे ही देश के भविष्य के निर्माता हैं। देश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मिल बांचे मप्र कार्यक्रम की शुरूआत की गई, ताकि हमारे प्रदेश के बच्चों के साथ हम लोग कुछ वक्त बिता सकें और उन्हें प्रदेश के गौरवशाली इतिहास और देश के महापुरूषों के बारे में रोचक किस्से-कहानियों के माध्यम से पता चले। आज पूरे प्रदेश के विद्यालयों में मिल बांचे कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
पारस जैन ने कहा कि वे जब विद्यालय में पढ़ते थे, उस समय इतनी सुविधाएं नहीं होती थीं। टाटपट्टी पर बैठकर पढ़ाई करनी होती थी, लेकिन वर्तमान में काफी बदलाव आया है। अब सभी शासकीय विद्यालयों में सरकार द्वारा प्रायवेट विद्यालयों से भी अच्छी सुविधाएं बच्चों को दी जा रही हैं। बच्चों के लिये नि:शुल्क गणवेश, नि:शुल्क पुस्तकें, आने-जाने के लिये सायकल, बैठने के लिये बढ़िया फर्नीचर और मध्याह्न में स्वादिष्ट भोजन की व्यवस्था शासन द्वारा की गई है। प्राथमिक शिक्षा के साथ-साथ उच्च शिक्षा दिलाने के लिये भी मध्य प्रदेश सरकार प्रतिबद्ध है।
मंत्री जैन ने इसके बाद चौथी कक्षा की छात्रा श्रुति से उसकी पुस्तिका के एक पाठ को सभी के समक्ष जोर से पढ़कर सुनाने के लिये कहा। छात्रा द्वारा थोड़ी तोतली और मीठी बोली में पाठ सुनाने के दौरान मंत्री जैन सहित सभी अतिथियों और अन्य विद्यार्थियों ने मंत्रमुग्ध होकर श्रुति को सुना। मंत्री जैन द्वारा श्रुति को 50 रूपये का नगद ईनाम भी दिया गया। जैन ने कहा कि ईनाम देने से बच्चों को और अच्छा करने की प्रेरणा मिलती है। अच्छे कार्य के लिये ईनाम दिया जाना चाहिये।
बाबा अंबेडकर और स्वामी विवेकानन्द के जीवन से लें प्रेरणा
मंत्री श्री जैन ने बातचीत के दौरान बच्चों को बाबा अंबेडकर और स्वामी विवेकानन्द के बारे में बताया। जैन ने कहा कि डॉ.भीमराव रामजी अंबेडकर ने हमारे देश का पूरा संविधान लिखा है और उन्हें भारत रत्न की उपाधि भी मिली है। पूरा देश बाबा अंबेडकर का ऋणी रहा है। उन्होंने जातिगत भेदभाव और छूत अछूत को जड़ से खत्म करने का काम किया और अत्यन्त साधारण परिवार में जन्म लेने के बावजूद उच्च शिक्षा हासिल की और अपने देश का नाम पूरी दुनिया में रोशन किया।
इसी प्रकार स्वामी विवेकानन्द ने अमेरिका में अपने ओजस्वी भाषण से दुनिया के कोने-कोने से आये प्रतिनिधियों के समक्ष भारत की संस्कृति और यहां के गौरवशाली इतिहास के बारे में बताया। स्वामी विवेकानन्द का यह मानना था कि भारत की युवा शक्ति एक दिन देश को बहुत आगे ले जायेगी और विकसित राष्ट्रों की पंक्ति में हमारा देश खड़ा होगा। स्वामी विवेकानन्द ने युवाओं से शिक्षा के साथ-साथ जीवन में योग और व्यायाम को भी अनिवार्य रूप से शामिल करने का आव्हान भी किया।
मंत्री जैन ने कहा कि प्रतिवर्ष स्वामी विवेकानन्द के जन्मदिवस पर विद्यालयों में सूर्य नमस्कार और योग करवाया जाता है। हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वामी विवेकानन्द से प्रेरणा लेकर कार्य कर रहे हैं। सभी बच्चे अपने जीवन में व्यायाम और सूर्य नमस्कार को शामिल करें, क्योंकि एक स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क निवास करता है। यदि नियमित रूप से व्यायाम करेंगे तो हमारे शरीर में स्फूर्ति बनी रहेगी और दिनभर हम पूरी ऊर्जा और एकाग्रता से अपने काम कर सकेंगे।
जैन ने बच्चों से कहा कि वर्तमान समय में शिक्षा के बिना कुछ भी हासिल नहीं हो सकता है। अब नौकरी केवल योग्यता के आधार पर मिलती है, सिफारिश के बल पर नहीं, इसीलिये खूब मन लगाकर पढ़ाई करें और अच्छे नम्बरों से पास हों। मंत्री जैन ने विद्यालय के स्टाफ से यहां के वार्षिक परिणाम के बारे में जानकारी ली। बताया गया कि इस वर्ष विद्यालय का परीक्षा परिणाम शत-प्रतिशत रहा है। किसी भी बच्चे की सप्लीमेंट्री भी नहीं आई है। इस पर मंत्री जैन ने अच्छे परिणाम के लिये स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षकों की भी प्रशंसा की।
कोई भी बच्चा बिना शिक्षा के न रहे
मंत्री जैन ने कहा कि हमारे प्रदेश का कोई भी बेटा या बेटी बिना शिक्षा के न रहे, इस बात का सरकार पूरा ध्यान रख रही है, लेकिन बच्चों का भी कर्त्तव्य बनता है कि वे गंभीरतापूर्वक अपनी पढ़ाई पर ध्यान दें और रोज विद्यालय आयें। इस समय सभी बच्चों का यही कर्त्तव्य है। विद्यार्थी जीवन केवल शिक्षा ग्रहण करने के लिये ही होता है। एक उदाहरण देते हुए मंत्री जैन ने बताया कि भोपाल में उनके निवास पर एक व्यक्ति काम करता है। वह अत्यन्त गरीब परिवार से है, लेकिन उसके बालक का हाल ही में एम्स में सिलेक्शन हुआ है। प्रतिभा सभी में होती है, बस उसे पहचानने की देरी है।
अच्छे शिक्षकों की भी उतनी ही जरूरत
जैन ने कहा कि बच्चों को अच्छे से शिक्षित करने की जिम्मेदारी उनके शिक्षक की ही होती है। यदि शिक्षक अच्छे हैं तो उनके विद्यार्थी भी आगे चलकर उनका नाम रोशन करेंगे। एक अच्छे शिक्षक का पढ़ाया हुआ सबक जीवनभर बच्चों को याद रहता है। इसीलिये वर्तमान समय में अच्छे शिक्षकों की भी उतनी ही जरूरत है। जो शिक्षक सेवा निवृत्त हो चुके हैं, उन्हें भी मिल बांचे मप्र कार्यक्रम में बुलाया जाये और उनके अनुभव साझा किये जायें। यदि किसी क्लास में बच्चों को कोई विषय समझ नहीं आता है तो एक्स्ट्रा क्लास लगाकर उन्हें दोबारा वह विषय पढ़ाया जाये। कमजोर बच्चों की ओर शिक्षक विशेष ध्यान दें।
प्रतिभाशाली और नियमित स्कूल आने वाले विद्यार्थियों का सम्मान
मंत्री पारस जैन ने परीक्षा में सर्वाधिक अंक लाने वाले प्रतिभाशाली विद्यार्थियों और नियमित स्कूल आने वाले विद्यार्थियों का सम्मान किया और उन्हें प्रमाण-पत्र वितरित किये। इनमें 12वी कक्षा में सर्वाधिक अंक लाने वाली खिज़ा, नियमित रूप से विद्यालय आने वाली 7वी कक्षा की निशा भारती, 8वी कक्षा की दिव्या, 6टी कक्षा की पुनीता, पहली कक्षा का छात्र सावन, दूसरी कक्षा की वंशकन्या मनोहर, तनु, दीपक, रोहित और कैलाश को पुरस्कृत किया गया। इसके बाद मंत्री जैन ने बच्चों से कोई राष्ट्रीय गीत पूरा सुनाने के लिये कहा। इस पर दूसरी कक्षा की छात्रा स्नेहा विश्वकर्मा द्वारा वन्दे मातरम सुनाया गया। मंत्री जैन ने स्वयं ताली बजाकर छोटी बालिका स्नेहा को ईनाम दिया और उसकी प्रशंसा की।
कार्यक्रम में अतिथियों द्वारा सभी बच्चों को नोटबुक, पुस्तकें और कलर पेंसिल भेंट की गई। इसके बाद अतिथियों और सभी बच्चों ने रेडियो पर प्रसारित किये जा रहे प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सन्देश को सुना। कार्यक्रम खत्म होने के बाद सभी बच्चों को मंत्री जैन ने टॉफी वितरित की। इस दौरान विद्यालय की प्राचार्या सुषमा चौबे, अध्यापक कमलकिशोर केलिया एवं अन्य स्टाफ मौजूद था। कार्यक्रम का संचालन विद्यालय के अनोखीलाल शर्मा ने किया
दुर्गाप्रसाद सूर्यवंशी, नलखेड़ा