मध्यप्रदेश/भोपाल – वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से चल रही देश की जंग के बीच चुनावी गतिविधियां भी अमल में आने लगी हैं. निर्वाचन आयोग ने दस राज्यों की 24 राज्यसभा सीटों पर चुनाव की घोषणा कर दी है. सभी सीटों पर 19 जून को चुनाव कराया जायेगा.
आंध्र प्रदेश की 4, गुजरात की 4, झारखंड की 2, मध्य प्रदेश की 3, राजस्थान की 3 और मणिपुर व मेघालय की 1-1 सीट के अलावा जून-जुलाई में रिक्त हो रही अरुणाचल प्रदेश की 1, कर्नाटक की 4 और मिजोरम की 1 सीट पर ये चुनाव आयोजित कराए जाएंगे.
सबसे रोचक मुकाबला मध्य प्रदेश और कर्नाटक में नजर आ रहा है, क्योंकि इन दोनों ही राज्यों में कांग्रेस को बड़ी बगावत का सामना करना पड़ा है जिससे उसके हाथों से सत्ता भी फिसल गई है. मध्य प्रदेश का मुकाबला और भी अधिक दिलचस्प है क्योंकि यहां कांग्रेस का बड़ा चेहरा रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया अब भाजपा के खेमे में हैं. सिंधिया अकेले भाजपा में शामिल नहीं हुए, बल्कि बीस से अधिक विधायकों ने कांग्रेस छोड़कर कमलनाथ सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया.
अब ज्योतिरादित्य सिंधिया राज्यसभा चुनाव के उम्मीदवार के रूप में किस्मत आजमा रहे हैं. जबकि दूसरी ओर से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह भी मैदान में हैं. आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में तीन राज्यसभा सीटों पर चार उम्मीदवार हैं. ऐसे में मुकाबला बेहद रोचक हो गया है. बीजेपी से ज्योतिरादित्य सिंधिया और सुमेर सिंह सोलंकी चुनाव लड़ रहे हैं तो कांग्रेस ने दिग्विजय सिंह और फूल सिंह बरैया को उम्मीदवार बनाया हैं. हालांकि, कांग्रेस ने प्राथमिकता दिग्विजय सिंह को दी है, ऐसे में उनकी सीट सेफ मानी जा रही है. दूसरी ओर भाजपा ने भी ज्योतिरादित्य सिंधिया को सबसे आगे रखा है. ऐसे में माना जा रहा है कि ये दोनों ही नेता राज्यसभा पहुंचने में कामयाब हो जाएंगे, किन्तु तीसरी सीट को लेकर पेच फंसा है. कांग्रेस के 22 विधायकों के इस्तीफे के बाद पूरा समीकरण बिगड़ गया है.