लखनऊ- उत्तर प्रदेश की प्रशासनिक सेवा की सबसे बड़ी कुर्सी पर बैठने को लेकर सीनियर आईएएस अफसरों में होड़ लगी हुई है। मुख्य सचिव बनने को लेकर रेस तेज हो गई है। सीनियर ऑफिसर प्रवीर कुमार, अनूप चंद पांडे, दुर्गा शंकर मिश्र, संजय अग्रवाल सहित तमाम अधिकारी मुख्य सचिव बनने को लेकर दौड़-भाग कर रहे हैं।
कोई अफसर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संपर्क साध रहा है, तो कोई भाजपा के बड़े नेताओं के साथ भी अपना कनेक्शन जोड़ने में लगा हुआ है। वर्तमान मुख्य सचिव राजीव कुमार इसी महीने के अंत में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। शासन से जुड़े सूत्रों का दावा है कि राजीव कुमार को सेवा विस्तार नहीं मिल रहा है, जिसके बाद मुख्य सचिव के पद पर किसी सीनियर अफसर की तैनाती की जाएगी। अफसरों के बीच होड़ लगी है कि अपनी वरिष्ठता के आधार पर चयन करा लिया जाए।
शासन सत्ता के गलियारों में यह चर्चा सबसे तेज है कि मुख्य सचिव बनने को लेकर पीएमओ की पसंद ही महत्वपूर्ण है। पीएमओ की मुहर लगने के बाद भी योगी सरकार का नया मुख्य सचिव बनाया जाएगा। ऐसी स्थिति में कई अफसरों ने पीएमओ में भी जुगाड़ लगाना शुरू कर दिया है। पीएमओ में तैनात प्रमुख सचिव प्रधानमंत्री नृपेंद्र मिश्रा से लोग अपने कनेक्शन फिट कर रहे हैं। 1981 बैच के वरिष्ठ नौकरशाह राजीव कुमार यूपी के मुख्य सचिव के पद पर कार्यरत हैं और 30 जून को वह सेवानिवृत्त हो रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि सरकार सेवा विस्तार नहीं दे रही है।
यूपी के मुख्य सचिव की रेस हुई तेज: रेस में आगें है यह सीनियर IAS
