कपिल देव का मुद्दा पकड़ा तूल: अखिलेश,संजय सिंह ने किये ट्वीट तो नूतन ठाकुर ने की बर्खास्तगी की मांग

लखनऊ -स्वदेशी के नाम पर फर्जी मोबाइल कंपनी खोलकर पीएम और सीएम के फोटो लगा कर लोगों को गुमराह करने के मामले ने तूल पकड़ना शुरू कर दिया है मुख्यमंत्री की जीरो टॉलरेंस नीति कपिल देव के लिए मुसीबत का सबब बनती जा रही है, इस मामले में पीएम दफ्तर के दखल के बाद जैसे ही मामला मुख्य मंत्री के संज्ञान में आया तो उन्होंने सख्त रुख अपनाया और लखनऊ में कपिल देव अग्रवाल के भाई समेत दैनिक जागरण अख़बार की कंपनी के यूपी हेड समेत 4 के खिलाफ बहुत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया है।  पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव,आप सांसद संजय सिंह समेत सामाजिक कार्यकर्ता डॉक्टर नूतन ठाकुर ने इस मामले में प्रभावी कार्यवाही करते हुए कपिल देव अग्रवाल को मंत्री मंडल से बर्खास्त करने की मांग की है। आपको बता दें कि कल लखनऊ के हजरतगंज थाने में एक मुकदमा दर्ज कराया गया है जिसमें कौशल विकास राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल के भाई ललित अग्रवाल समेत चार लोगों को नामजद व कुछ अज्ञात को आरोपित बनाया गया है। हजरतगंज की चौकी दक्षिणी के प्रभारी दिनेश कुमार शुक्ला द्वारा लिखाई गई इस रिपोर्ट में कपिल देव अग्रवाल के भाई ललित अग्रवाल समेत दैनिक जागरण अखबार से जुड़ी जागरण इमेज कंपनी के यूपी प्रभारी नरेंद्र नाथ निगम व उसी कंपनी के दीपक श्रीवास्तव और राम बाबू मंडल को नामजद किया गया है।  इन सभी पर आरोप है कि उन्होंने एक ऐसी कंपनी का मोबाइल फोन लांच कर दिया है और उसका व्यापक प्रचार प्रसार किया है, जो कंपनी अभी तक शुरु भी नहीं हुई है। इस कंपनी में जिस व्यक्ति को मुख्य कर्ताधर्ता बताया जा रहा है, बताया जाता है कि वह सुल्तानपुर का एक  सामान्य युवक है आरोप है कि कंपनी की  कहीं कोई जमीन या कहीं कोई  प्लांट अभी नहीं है, लेकिन राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने इस कंपनी के मोबाइल को स्वदेशी मोबाइल बनाकर लांच कर दिया और उसके होर्डिंग लगा दिए गए, होर्डिंग में बिना किसी अनुमति के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के फोटो भी लगा दिए थे ,इसकी शिकायत जैसे ही  प्रधानमंत्री कार्यालय  तक पहुंची तो वहां से मामला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के संज्ञान में लाया गया जिसके बाद उन्होंने तत्काल ही सख्त रुख अपनाया है और  मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए। 
बताया जाता है कि मुख्यमंत्री की नॉन टॉलरेंस नीति के चलते कपिल देव के भाई समेत दैनिक जागरण  की जागरण इमेज के यूपी प्रभारी समेत 4 नामजद और बाकी के खिलाफ अज्ञात में मुकदमा दर्ज करा दिया है , मुकदमा गंभीर धाराओं में दर्ज कराया गया है। मामला  इतनी गंभीर धाराओं में दर्ज कराया गया है जिसमे उम्रकैद तक की सजा का प्राविधान है। इसी बीच सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कपिल देव अग्रवाल के मामले को उठाते हुए ट्वीट किया है -अजब-ग़ज़ब है तमाशा ठाठाबाबा के राज में, छप रहे हैं ‘शातिर अपराधी’ सरकारी डाक में। आप सांसद  संजय सिंह ने भी ट्वीट किया है -मुख्यमंत्री ने धोखाधड़ी के लिए अपने मंत्रियों को खुली छूट दे रखी है योगी सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल योगी-मोदी का पोस्टर लगाकर स्वदेशी मोबाइल के नाम पर खुली लूट कर रहे थे जबकि केन्द्र व राज्य सरकार धृतराष्ट्र बनी हुई थी। आख़िर माजरा क्या है। सामाजिक कार्यकर्ता  और आई जी अमिताभ ठाकुर की पत्नी नूतन ठाकुर ने कपिल देव अग्रवाल को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करने की मांग की है।
एक्टिविस्ट डॉ. नूतन ठाकुर ने प्रदेश के के कौशल विकास मंत्री कपिलदेव अग्रवाल को तत्काल मंत्रिमंडल से बर्खास्त करते हुए उनके भाई ललित अग्रवाल तथा अन्य के खिलाफ थाना हजरतगंज, लखनऊ में दर्ज कराये गए मुकदमे की विवेचना सीबीआई को देने तथा इस पूरे प्रकरण को प्रवर्तन निदेशालय को संदर्भित करने किये की मांग की है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तथा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भेजी अपनी शिकायत में नूतन ने कहा कि दरोगा दिनेश कुमार शुक्ला द्वारा लिखवाये गए इस मुकदमे में अभियुक्तों द्वारा इनब्लाक कंपनी के कथित स्वदेशी मोबाइल के साथ पिओइएम तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री की फोटो का दुरुपयोग करते हुए आम जनता में छलने का काम किया गया। नूतन ने कहा कि पुलिस द्वारा मुकदमे में आधे-अधूरे तथ्य लिखे हैं तथा जानबूझ कर ललित अग्रवाल के बड़े भाई कपिलदेव अग्रवाल तथा अन्य मंत्री, विधायकों का बचाव किया गया है। उन्होंने कहा कि इस मामले में कपिलदेव अग्रवाल शुरू से ही काफी सक्रिय रहे हैं तथा उन्होंने एवं उच्च शिक्षा राज्यमंत्री नीलिमा कटियार ने नोएडा में इसकी लॉन्चिंग की थी, जिसे मंत्री सहित लंभुआ विधायक देवमणि द्विवेदी ने भी अपने फेसबुक पर प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री की फोटो के साथ अपने फेसबुक पर शेयर किया था। नूतन के अनुसार इस कथित मोबाइल के माध्यम से काला धन सफेद करने की बात भी कही जा रही है। उन्होंने कहा कि स्थानीय पुलिस जानबूझ कर मंत्री तथा विधायकों का बचाव कर रही है तथा सतही तौर पर विवेचना कर मामले की गंभीरता को समाप्त कर उसे रफा-दफा करना चाहती है। इसलिए उन्होंने प्रकरण की विवेचना सीबीआई को दिए जाने, इस मामले को ईडी को संदर्भित करने तथा कपिलदेव अग्रवाल को मंत्रिमंडल से हटाये जाने की मांग की है। इसी बीच राज्य मंत्री कपिल देव अग्रवाल ने अपने भाई को निर्दोष बताया है, कपिल ने कहा की होर्डिंग उनकी कंपनी ने नहीं बल्कि एक सब कंपनी ने लगाए है। उन्होंने कहा कि पीएम और सीएम के फोटो गलती से प्रकाशित कर दिए गए है। 

– मन्थन चौधरी

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