बरेली। शहर मे अव्यवस्थित और क्षमता से अधिक नियम विरूद्ध दौड़ते ई-रिक्शा ने जनता को घरों से निकलना मुश्किल कर दिया है। पूरे दिन सड़कों पर जाम रहता है। अब तो कही न कही चुनावी सभाएं भी हो रही है इसलिए ट्रैफिक व्यवस्था और चरमरा जाती है। सोमवार की सुबह से ऐसी यातायात व्यवस्था बिगड़ी। जिसने पूरे दिन राहगीरों को जाम के दर्द से परेशान रखा। चारों तरह वाहनों की लंबी-लंबी लाइनें लगी थी। डेलापीर से गांधी उद्यान तक पूरे दिन वाहन रेंगते हुए नजर आए। यहां कई जगह पर रुट वनवे कर दिया गया था। इससे और भी समस्या हुई। गांधी उद्यान से कलक्ट्रेट तक जाम ही जाम था। डेलापीर से कलक्ट्रेट तक जाने में पौन घंटा लगा। नामांकन भरे जाने लगे हैं, ऐसे में दामोदार स्वरूप पार्क से कलक्ट्रेट पर तमाम बैरियर भी लगने लगे हैं। इतना सब होने के बाद भी ई-रिक्शों पर कोई लगाम नही है। सबसे बड़ी जाम की समस्या ई-रिक्शा वाले ही बढ़ा रहे है। सेटेलाइट से श्यामगंज, कालीबाड़ी रोड, सिकलापुर चौराहा से नावल्टी तक जाम लगा रहा। कोहाड़ीर पेट्रोल पंप से एमबी इंटर कॉलेज रोड पर भी भीषण जाम लगा था। दोपहर का वक्त था। जाम में फंसे राहगीर गर्मी से परेशान दिखे। कई ई-रिक्शा वालों से वाहनों को आगे-पीछे करने को लेकर झड़प भी होती दिखी। यहां कई वाहन रॉन्ग साइड में आने के कारण पूरा ट्रैफिक फंसाए हुए थे। पीलीभीत रोड पर तो कई महीने से अक्सर ही लंबा जाम लगा रहता है। यहां सेटेलाइट के सामने तो जैसे सड़क पार्किंग बना ली गई है। तमाम वाहन यहां पर सड़कों पर खड़े हो जाते हैं जो ट्रैफिक संचालन मे बड़ी बाधा बनते है। ईट पजाहा चौराहा से जब श्यामगंज पुल की ओर चलते हैं तो यहां हजियापुर जाने का रास्ता है। यही से लोग टर्न लेते हैं। इससे यह सड़क पूरे दिन जाम से जूझती है। खुशलोक अस्पताल से आगे मॉडल टाउन पुलिस चौकी के पास भी दो अवैध कट समस्या बनते हैं। यहां भी जाम की समस्या बनती है। कालीबाड़ी रोड, सेटेलाइट से श्यामगंज रोड पर भी लोगों ने सड़क पर कब्जा कर लिया है। यहां पर भी अवैध पार्किंग बना ली गई है। तमाम ट्रक आदि यहां सड़कों पर ही खड़े होते हैं। खोखे भी लगे हुए है। कोहाड़पीर-एमबी इंटर कॉलेज रोड पर भी अतिक्रमण है। लोगों ने आधी सड़क पर दुकानें लगा ली हैं। ऐसे में अगर एक साथ दो कार सड़क पर आ जाती हैं तो यहां जाम लगना लगभग तय ही मानिए। प्रशासन ने शहर की सड़कों का चौड़ा करा दिया। लेकिन ई-रिक्शा वालों के कोई तय रुट और पार्किंग नहीं है। ऐसे में ये ही सबसे बड़ी समस्या बन रहे है। अगर ई-रिक्शा के रुट और पार्किंग का निर्धारण हो जाए तो काफी हद तक शहर को जाम की समस्या हल हो सकती है।।
बरेली से कपिल यादव