भदोही-नगर के मोहल्ला कजियाना शरीफ स्थित हजरत हाजी अब्दुल वहाब चरम पोश रहमतुल्लाह अलैह का 54 वां सालाना उर्स बुधवार को बड़े ही अक़ीदतो एहतेराम के साथ शुरू हुआ। बुधवार को बाद नमाज कुरान ख्वानी तथा 11 बजे दिन से दो दिवसीय लंगरे आम का एहतेमाम किया गया जो देर शाम तक चलता रहा लंगरे आम मे दूर दराज से चल कर बूढ़े बच्चे और जवान जहां शामिल हुए तो वहीं महिलाओं ने भी लंगर से फैजियाब हुईं। इस बीच कमेटी के मेम्बरानो ने राहगीरो को लंगर खिलाने के काम किया। इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष अशोक कुमार जायसवाल ओम सिंह विनीत बरनवाल सभासद पति शफ़ीक़ अहमद राईन गिरधारी लाल जायसवाल भाजपा नगर अध्यक्ष प्रिंस गुप्ता कमलेश जायसवाल सुरेश जायसवाल दीपक गुप्ता साबिर अली खां मो.अली सिद्दीकी आदि लोग लंगरे आम मे शामिल हो कर धन्य हुए। उर्स के मौके पर नगर के हर वर्गो ने अपनी आस्था लिए बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया तो वहीं बाबा से बे पनाह अक़ीदत रखने वाले कमेटी के अध्यक्ष हाजी अख्तर कुरैशी नसीम अंसारी गद्दी नशीं वसिमुल्लाह खान तनवीर अहमद हाफिज इरफान अहमद जावेद कुरैशी दानिश सिद्दीकी उस्मान खान चांद बाबू खां वामिक सिद्दीकी कलीम सिद्दीकी मुमताज खान जानिसार खां अतीक खां नेहाल कुरैशी जीमी खां आदि लोगो ने लंगरे आम में आये हुए लोगो को लंगर से फैजियाब कराते रहे।इस मौके पर गद्दी नशीं वासिमुल्लाह खां ने आये हुए एक-एक जायरीनों को मोहब्बतों के साए तले लंगरे आम से फैजियाब कराते रहे। वहीं श्री खां ने कहा बाबा से अक़ीदत रखने वाले शहर के तमाम लोगो ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया जो भदोही के भाई चारे में चार चांद लगाने का काम हुआ। वही भाजपा नगर अध्यक्ष प्रिंस गुप्ता ने कहा बाबा के दरबार में आने वाले हर शख्स हर वर्ग की मुरादें पूरी होती है।यह ऐसा दरबार होता है जहां कोई भेद भाव नही होता बस यह देखा जाता है कि आने वाला अक़ीदत मंद है आने वाला परिशाने हाल आने वाला जरूरत मंद है जिसे बाबा उनकी नेक और जायज तमन्नाओं को बारगाहे इलाही में अर्ज कर पूरी करते है। कहा बाबा के दरबार में न कोई हिन्दू न कोई मुसलमान सिर्फ यहां इंसान होता है यहां से इंसानियत मोहब्बत भाई चारा मिल्लत और देश से मोहब्बत करने का पैगाम दिया जाता है।इस मौके पर कमेटी के सदस्य व भाजपा नेता जावेद कुरैशी ने आये हुए मेहमानों का हिर्दय से शुक्रिया अदा किया।
पत्रकार आफ़ताब अंसारी
लंगरे आम में उमड़े बूढ़े बच्चे और जवान! लंगर पा कर हुए धन्य
