बरेली। उत्तराखंड मे भी लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। इससे जहां सरकार की मुश्किलें बढ़ रही हैं। वहीं दोबारा से लॉकडाउन जैसे हालात पैदा होने से प्रवासी मजदूरों के माथे पर चिंता की लकीरें उभरने लगी हैं। इसी के चलते उत्तराखंड से प्रवासी मजदूर अपने घर यूपी मे पलायन करने लगे है। रोजगार पर कोरोना कहर बनकर मंडरा रहा है। पिछले लॉकडाउन में ही लोगों का रोजगार छिन गया था। स्थिति सामान्य होती देख मजदूर वर्ग के लोग अपने गांवों से चार पैसे कमाने के लिए शहर पहुंचे ही थे कि फिर कोरोना की दूसरी लहर आ गई। तमाम राज्यों में लम्बा लॉकडाउन लगने से कामकाज ठप हो गए। अब पूरे देश में लॉकडाउन लगने का खौफ भी लोगों में है। इसी के चलते लोग अपने गांवों को वापस जाने लगे है। मंगलवार को किसी तरह कुछ लोग उत्तराखंड से बरेली तो पहुंच गए मगर उनके गंतत्व तक जाने के लिए कोई सवारी नहीं मिल पाई। उसके बाद अपना सामान लादे ऐसे लोग पैदल ही चल दिए। भारी तादात मे लोगों को सर्किट हाउस चौराहा से गुजरते देखा गया। इस बार ऐसे लोगों के प्रति पुलिस का भी दिल पसीजा हुआ लग रहा है। इन प्रवासी मजदूरों को पीटने या मेढक दौड़ कराने के बजाय उन्हें हमदर्दी भरी नजरों से देखा जा रहा है।।
बरेली से कपिल यादव