पारसा पंचायत में सड़क निर्माण का घोटाला अब जिलाअधिकारी के पास पहुंचा

बिहार /मझौलिया- प्रखण्ड अंतर्गत पारसा पंचायत के समाजसेवी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने जिला लोग सिकायत निवारण बेतिया में वाद दायर किया था।जिसमें लोक सिकायत द्वारा पत्रांक 854 दिनांक 15,6,2018 के द्वारा पारसा पंचायत में जिला पार्षद क्षेत्र संख्या 40 के पार्षद रीमा देवी द्वारा बिना सड़क निर्माण कराये सात लाख अठ्ठारह हजार रुपया राशी का गबन एंव बन्दरबांट करने का मामला जिला पदाधिकारी पश्चिम चंपारण के पास जांच दल बनाकर जांच करने का अनुरोध किया है।इस सम्बंध में पारसा गांव निवासी समाजसेवी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने जिला लोक सिकायत निवारण पदाधिकारी बेतिया के समक्ष दिनांक 21,2,2018 को एक परिवाद दायर कर इस सड़क घोटाले की जांच की मांग की थी।इसी के आलोक में जिला लोक सिकायत निवारण पदाधिकारी के मांग पर जिला पार्षद के कार्यपालक अभियंता द्वारा अपने जांच प्रतिवेदन में सड़क निर्माण स्थल बदल कर गलत प्रतिवेदन दूसरे सड़क का दिखाकर मामले को दबाने का प्रयास किया गया है।इनके द्वारा जो नक्सा इस सड़क निर्माण का दिखाया जा रहा है वह भी एक लीपापोती है।क्योंकि नक्से में हरिनारायण सिंह का घर दो जगह दर्शाया गया है। जबकि हरिनारायण सिंह का घर एक जगह है।और हरिनारायण सिंह के ही घर तक क्रमशः तीन सौ सोलह फिट एवंम सौ फीट सड़क निर्माण बताया जा रहा है।गौरतलब है की कार्य समाप्ति के प्रमाण पत्र में स्पस्ट रूप से लिखा गया है की हरिनारायण सिंह के घर से पोखरा तक सड़क निर्माण दर्शाया गया है।इस प्रकार सरकारी राशी का स्पस्ट हेरा फेरी प्रतीत होता है।बताते चले की तत्कालीन विधायक रेणु देवी द्वारा ईट सोलिंग कार्य कराया गया है जो आज भी हरिनारायण सिंह के घर से पोखरा तक है।एक ही सड़क पर कई बार काजग में सड़क निर्माण कराकर राशी की गबन की गयी है।

– राजू शर्मा की रिपोर्ट

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