पौड़ी गढ़वाल/उत्तराखंड – गढ़वाल मंडल में सबसे ज्यादा संचालित जी एम ओ यू लिमिटेड की बसें है लेकिन इनकी हालात बहुत खराब है सामाजिक कार्यकर्ता मंगत सिंह रमोला ने कहा कि ये आरोप नहीं सच्चाई है कि जी एम ओ यू लिमिटेड और ए आर टी ओ की मिली भगत से खटारा बसें हमारे पहाड़ों में घूमती है कभी भी हो सकती है बड़ी दुर्घटना शासन प्रशासन को इंतजार फिटनेस के मामले में 70%गाडिया बिल्कुल ही अनफिट है जौ कि एक बहुत बड़ा भरष्टाचार और लापरवाही है समस्त लैंसडाउन विधानसभा की 80%टरांसपोरटेशन जी एम ओ करती है असभ्य कर्म चारियो की भी भरमार है अधिकतर जंगली प्रविरती के लोग कंडक्टर है एक बार एक 70वर्सीय बुजुर्ग महिला को दुगडडा कोटद्वार के बीच में उतारा गया सोशल मीडिया और प्रिंट मीडिया में मामला उजागर होने के बाद भी कोई कार्यावाही नहीं हुई हमारे लैंसडाउन विधायक जी और वन मंत्री डा हरक सिंह रावत की चुप्पी दुर्भाग्य पूर्ण है उपरोक्त मामले में करोड़ों रुपए का टर्न ओवर होने के बावजूद कर्मचारियो का कोई फंड बोनस नहीं है उनकी रोजी रोटी भी रास्ते में बिना टिकट दिए के कारोबार से चल रही है जिसको सामान्य भाषा में हम लोग मुर्गी बाजी बोलते है सरकार ईमानदारी से जांच करवाये और गाड़ियों की फिटनेस की जांच हो व जी एम ओ लिमिटेड के कर्मचारियो को उनका हक भी मिलना चाहिए जिसके हकदार हैं सरकार को चाहिये कि वे इन सभी संचालित बसों की फिटनैस देखें।
– इन्द्र जीत सिंह असवाल की रिपोर्ट