*बिस्कुट आदि खाकर गुजारा कर रहे चालक परिचालकों का छलका दर्द
मुज़फ्फरनगर /जानसठ – रोडवेज डिपो के कोरोना योद्धा बस चालकों का छलका दर्द कहा भूखे प्यासे रहकर ड्यूटी करने को किया जा रहा मजबूर विभागीय अधिकारियों पर लगाया दबाव बनाने का आरोप लगाया खटारा बसों से कई कई चक्कर लगवाकर छुड़वाया जा रहा प्रवासी मजदूरों को।
दरअसल मामला जनपद मु0 नगर के क़स्बा जानसठ क्षेत्र का है जहां जनपद सहित अन्य जगहों से लॉकडाउन के बाद फंसे उत्तर प्रदेश के मजदूरों की सरकार द्वारा वापसी कराई जा रही है मजदूर अब अपने-अपने गृह जनपदों को लौट रहे हैं ।
मुजफ्फरनगर जिले से भी रोडवेज डिपो की बसों द्वारा सहारनपुर के पिलखनी से प्रवासी मजदूरों को उनके घर वापसी के रोडवेज बसों का संचालन कराया गया है लेकिन मुजफ्फरनगर रोडवेज बस डिपो के कुछ चालकों का आज दर्द छलक गया मुजफ्फरनगर डिपो के चालक राम कुमार ने बताया कि खराब गाड़ी देकर सहारनपुर के पिलखनी में क्वारंटीन किए गए प्रवासी मजदूरों को छोड़ने के लिए खटारा गाड़ी देकर 1200 किलोमीटर महाराजगंज भेज दिया गया।
उन्हें रास्ते में खाना तक तक नहीं मिला बिस्कुट आदि पानी पीकर ही सफर को पूरा किया जा रहा है
वही गाड़ी को बंद होने पर धक्का लगाना पड़ता है आज भी जानसठ में गाड़ी के खराब हो जाने के कारण पीड़ित ड्राइवर आप बीती सुनाते हुए रोने लगा उसने परिवहन विभाग के आलाधिकारियों पर भी दबाव डालकर बसे चलवाए जाने की बात कही है।।
रिपोर्ट भगत सिंह