मध्यप्रदेश/शाजापुर – स्वच्छता सर्वेक्षण की शनिवार को जारी हुई सूची में शहर को सबसे ज्यादा निराशा हाथ लगी। देश में अलग-अलग जोन के मान से शाजापुर नगर पालिका को उम्मीद थी कि उसका नंबर देश और प्रदेश की सूची में टॉप टेन में शामिल होगा, लेकिन जब परिणाम सामने आए तो नपा की उम्मीद गर्त में चली गई। शहर की स्वच्छता को लेकर लाखों रुपए खर्चने के बाद भी आपेक्षित परिणाम नहीं मिले। देश में स्वच्छता की सूची में शाजापुर का नाम 290 नंबर पर रहा। वहीं प्रदेश में भी एक लाख से कम आबादी वाले नगरीय निकाय में शाजापुर का नंबर 82वां रहा। पहले चरण के स्वच्छता सर्वेक्षण के बाद देश के सभी नगरीय निकायों को भी स्वच्छता सर्वेक्षण की तैयारी करने के लिए निर्देश जारी किए गए थे, लेकिन शाजापुर नगर पालिका ने इस मामले में लापरवाही बरती। शुरुआती करीब 6 माह तक तो शहर में स्वच्छता सर्वेक्षण को लेकर कोईतैयारी ही नहीं की गई। इसके बाद शहर में स्वच्छता को लेकर अभियान चलाया गया, लोगों में जागरुकता फैलाई गई, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण वाहन चलाए गए, लेकिन ये सारे प्रयास भी नाकाफी साबित हुए। जब स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम शहर में आई और यहां के हालात देखे तो उन्होंने यहां की मार्किंग की। शनिवार को घोषित हुए परिणाम में शहर को 4000 में से करीब 1200 नंबर ही मिले।
-गौरव व्यास ,शाजापुर
उम्मीदों पर फिरा पानी:स्वच्छता का दम भरने वाली नगर पालिका को मिला प्रदेश में भी82वां स्थान
