बरेली/फतेहगंज पश्चिमी। कस्बा के मोहल्ला साहूकारा निवासी संस्कार अग्रवाल के पिता मनोज कुमार अग्रवाल 19 अप्रैल को कोरोना संक्रमित हुए थे। 26 अप्रैल को रिपोर्ट आने के बाद उन्हें बरेली के एपेक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टर ने रेमडेसिविर इंजेक्शन लगाने को कहा। इस पर संस्कार ने कस्बे के मनोहर मेडिकल हॉल के मालिक अनमोल अग्रवाल और प्रियांक अग्रवाल से संपर्क किया। उन्होंने अपने पास अच्छे इंजेक्शन होने की बात कहकर 90 हजार रुपये में दो रेमडेसिविर उपलब्ध कराए। मगर हालत में सुधार न होने के कारण मनोज को नई दिल्ली के नयाति सुपर स्पेशलिटी अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा, जहां 12 मई को उनकी मौत हो गई। संस्कार को इंजेक्शन नकली होने का शक हुआ तो मंगलवार को उन्होंने एसएसपी रोहित सिंह सजवाण से शिकायत की। शिकायत के बाद एसएसपी ने ड्रग इंस्पेक्टर से इंजेक्शन की जांच कराई, जिसमें इंजेक्शन नकली पाया गया। इसके बाद मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ थाना फतेहगंज पश्चिमी में रिपोर्ट दर्ज की गई है। एसएसपी रोहित सजवाण ने बताया कि रेमडेसिविर के नकली इंजेक्शन के मामला सामने आया है। फतेहगंज पश्चिमी के मेडिकल स्टोर संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।।
बरेली से कपिल यादव