आजमगढ़- सात सूत्री मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कर्मचारी संयुक्त मोर्चा की जिलाध्यक्ष लक्ष्मी सिंह के नेतृत्व में गुरूवार को मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा गया। इस दौरान मोर्चा ने अल्टीमेटम दिया कि अगर मांगे 4 फरवरी तक पूरी नहीं हुई तो 5 फरवरी से व्यापक पैमाने पर लामबंद होकर अनिश्चितकालीन काम बंद कलम बंद हड़ताल करेगा।
ज्ञापन में जिलाध्यक्ष लक्ष्मी सिंह ने बताया कि बीते 21 दिसमबर 2018 को डीएम के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्रक भेजा गया। जिसके बाद भी सरकार द्वारा कोई ठोस निर्णय न नहीं लिया। जबकि हमारी सात सूत्री मांग राज्य सरकार का दर्जा दिया जाए, जब तक राज्य कर्मचारी घोषित नहीं किया जाता तब तक आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को 18 हजार तथा सहायिका को 9 हजार मानदेय दिया जाए, मुख्य सेविका के रिक्त पदों पर शत-प्रतिशत योग्यता वरिता के आधार पर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को पदोन्नत किया जाए, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सामाजिक सुरक्षा एवं ई.पी.एफ. योजना का लाभ दिया जाए, 30 दिन का सवैतनिक अवकाश दिया जाए, रुके हुए मानदेय का भुगतान तत्काल किया जाए एवं धरने के दौरान दर्ज मुकदमे बिना किसी शर्त के वापस लिया जाए, एक हजार की जनसंख्या पूर्ण होने पर मिनी कार्यकत्री को आंगनबाड़ी कार्यकर्त्री घोषित करते हुए पूर्व मानदेय दिया जाए, आंगनबाड़ी कर्मचारियों की सेवा नियमावली बनाये जाने की मांग जायज हैं। सरकार अपनी हठवादिता के कारण हमारी उपेक्षा कर रही है। जिलामंत्री सुनीता सिंह ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर पत्रक दिया जा रहा है। उन्होंने अल्टीमेटम दिया कि मानदेय बढ़ोतरी की घोषणा अगामी 4 फरवरी 2019 तक नहीं होती है तो 5 फरवरी 2019 से अनिश्चितकालीन काम बंद कलम बंद हड़ताल करते को बांध्य होंगे इसके बाद लखनऊ कुच कर सरकार के विरोध में मुखर होकर प्रदर्शन करेंगे। इस अवसर पर संरक्षक संजीवन कुमार गौतम, शशिकला यादव, कंचन राय, त्रिरत्न प्रिया, लक्ष्मी सिंह, सुनीता सिंह, शीला चौरसिया, बीना चौरसिया, गीता देवी, दुर्गावती देवी, सुषमा यादव, रमावती देवी, किरन यादव, अनीता श्रीवास्तव, मुराती देवी, कमलावती, मंजू देवी, इशरावती, नीरा सिंह, उर्मिला यादव, कुसुम श्रीवास्तव, मंजू सिंह, मीना देवी, सुमन सिंह, गीता चौरसिया, सुनीता मौर्या, रीना मौर्या, शैल देवी, सुधा निगम, ममता निगम आदि मौजूद रहीं।
रिपोर्ट-:राकेश वर्मा आजमगढ़