हस्तनिर्मित कालीनों के विकास एवं प्रोत्साहन के लिए जीएसटी पर आयोजित हुआ एकमा में सेमिनार

भदोही। कालीन निर्यात संवर्धन परिषद (सीईपीसी) के तत्वाधान में बुधवार को नगर के मर्यादपट्टी स्थित कालीन भवन के एकमा सभागार में हस्तनिर्मित कालीनों के विकास एवं प्रोत्साहन के लिए जीएसटी पर सेमिनार का आयोजन किया गया। जिसमें वस्तु एवं सेवाकर के विशेषज्ञ ने जीएसटी के नियमों व प्रावधानों के बारे में उद्यमियों को विस्तृत जानकारी दी।
इस दौरान जीएसटी एक्सपर्ट वीके वर्मा ने कहा कि जीएसटी का कानून काफी साधारण व सरल है। इसे लागू करने की सोच तो बहुत अच्छी थी लेकिन इसके बावजूद भी इन 9 महीनों में समस्याएं काफी आ रही है। उसको समझने व उलझनो से निकलने में समय लग रहा है। उन्होने कहा कि उद्यमी तीन समस्याओं से जुझ रहे है। पहला जीएसटी के प्रावधानों के बारे में जानकारी की कमी। दूसरा उत्पादों के बारे में अधिकारियों को न समझा पाना और तीसरा जीएसटी रिफंड के लिए आवेदन न करना। श्री वर्मा ने कहा कि सबसे पहले निर्यात होने वाले उत्पाद पर कर नही लगाया जा सकता। अगर कर लगा है तो वापस करने का प्रावधान है। जैसा प्रावधान जीएसटी में किया गया है। वैसे जीएसटी को लेकर तमाम उलझने थी। लेकिन धीरे-धीरे 70 फीसदी समस्याए खत्म हो गई। 30 फीसदी समस्याए अभी भी है। जो उद्यमियों को उलझाए रखी है। जिसे सुलझाने की कोशिश की जा रही है। कहा कि जीएसटी को लागू हुए 9 महीने हो गए। लेकिन अभी तक उद्यमियों का रुपया अटका हुआ है। उन्होने कहा कि एलयूटी और प्वाइंड एक पर काम करने से दिक्कत आ रही है। कहा कि अगर उद्यमी 12 फीसदी जीएसटी लगा कर काम करते है तो जीएसटी रिफंड में कोई दिक्कत नही होगी। ऐसे में एलयूटी और प्वाइंट एक पर काम करने से मना किया गया। हालांकि उघमियों ने कहा कि उत्पाद के बिल पर ऊल बुनाई कटाई धुलाई आदि पर लगने वाले जीएसटी को जोड़ कर आईजीएसटी लगाएंगे तो परेशानिया काफी बढ़ जाएगी। उसका रेसियो निकालना भी मुश्किल हो जाएगा साथ ही अगर समय से जीएसटी का भुगतान नही हुआ तो लम्बी पूंजी फंस जाएगी। जिस पर दलील दी गई कि 12 फीसदी जीएसटी लगा कर काम करने से 20 दिन में रिफंड मिल जाएगा। साथ ही उद्यमियों को वाराणसी व इलाहाबाद जाकर धक्के नही खानी पड़ेगी। बीच-बीच में उद्यमियों द्वारा पूछे जाने वाले प्रश्नों का सीईपीसी के अध्यक्ष महावीर प्रताप शर्मा जवाब देते रहे।
इस मौके पर सीईपीसी के प्रथम उपाध्यक्ष सिद्धनाथ सिंह उमेश गुप्ता मुन्ना हाजी गुलाम सर्फुद्दीन अंसारी हाजी अब्दुल रब अंसारी हाजी शाहिद हुसैन अंसारी हाजी अब्दुल सत्तार अंसारी पियूष बरनवाल विनय गुप्ता हाजी अब्दुल बारी अंसारी सैयाज अंसारी भरत लाल मौर्य राज कुमार राय राजा राम गुप्ता शिव सागर तिवारी हाजी अशफाक अंसारी इश्तियाक खां अच्छू शमीम लल्लन अंसारी सुजीत बरनवाल विनय गुप्ता हाजी अब्दुल हादी अंसारी प्रकाश जायसवाल अरशद जमाल अंसारी सुजीत मौर्य अरविन्द गुप्ता साजिद अंसारी राजू बोथरा अरशद वजीरी हाजी एजाज अंसारी आदि प्रमुख रुप से मौजूद रहे।
पत्रकार आफ़ताब अंसारी

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