बरेली। अनलॉक वन के बाद से ही बड़ी मात्रा में स्मैक और अफीम की तस्करी शुरू हो गई है जो उत्तराखंड में सप्लाई कर रहे हैं। तस्करों की धरपकड़ के लिए एसटीएफ की टीम लगी है। जिले में स्मैक और अफीम की तस्करी के लिए फतेहगंज पश्चिमी, फरीदपुर, फतेहगंज पूर्वी और मीरगंज क्षेत्र को गढ़ माना जा रहा है। गौरतलब है कि जिले में स्मैक और अफीम की तस्करी जोरों पर है। पूर्व में 50 लाख तक की स्मैक और अफीम बरामद भी हो चुकी है लेकिन लॉकडाउन में तस्करों का धंधा पूरी तरह से ठप हो गया था लेकिन अनलॉक बन के बाद से जिले में तस्करी के धंधे ने रफ्तार पकड़ ली है। तस्कर स्मैक और अफीम की तस्करी कर रहे हैं। शहर के गंगापुर व फतेहगंज पश्चिमी में भी यह धंधा आजकल जोरों पर चल रहा है। यहां से छुट भईये तस्कर, स्मैक, चरस, गांजा, अफीम खरीदकर शौकीनों को बेचते हैं। जबकि फतेहगंज पश्चिमी, फरीदपुर, फतेहगंज पूर्वी और मीरगंज से भारी मात्रा में स्मैक दूसरे जिले व प्रदेशों में सप्लाई हो रही है। सूत्रों की मानें तो मौजूदा समय में यह तस्करी उत्तराखंड में तेजी से की जा रही है। इन तस्करों की धरपकड़ के लिए एसटीएफ और क्राइम ब्रांच की टीमें लगातार लगी हुई है। बता दें कि तस्करी किंग बनने के लिए फतेहगंज पश्चिमी में एक तस्कर की सुपारी देकर हत्या करवा दी गई थी। इस मामले में फतेहगंज पश्चिमी पुलिस ने एक शूटर समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।।
बरेली से कपिल यादव