सिकरहना नदी का जल स्तर घटते ही जमीन दारी बांध में मिट्टी कटाव शुरू:किसी के न सुनने पर खुद अपने बचाव में जुटे ग्रामीण

बिहार / मझौलिया – मझौलिया प्रखंड क्षेत्र के तिरवाह क्षेत्र में सिकरहना नदी ने अब बारिश थमने के बाद कटाव शुरू कर दिया है । ग्रामीणों ने प्रशासन से कई बार शिकायत की तथा गुहार लगाई लेकिन सिवाय आश्वासन के कुछ नहीं मिला।बथना में नदी के कटाव से परेशान ग्रामीणों का आखिर में इंतजार का सब्र टूट गया। और लोग खुद ही कुदाल उठाकर नदी का बांध मरम्मत करने लगे ।एक-दूसरे का हाथ थामा। कंधे से कंधा मिलाया और एक दूसरे का साथ दिया । ग्रामीण क्षतिग्रस्त हो रहे जमीन दारी बांध पर जेसीबी की मदद से मिट्टी और बालू भरने लगे तथा स्वयं कुदाल और टोकरी लेकर बांध की मरम्मत में मिट्टी भरते हुए सहयोग करने लगे। ग्रामीणों में अपने क्षेत्र को बचाने का जज्बा देखा गया। हालांकि प्रशासन द्वारा महज कुछ टेलर मिट्टी बालू गिरा कर खानापूर्ति कर दी गई थी। लेकिन नदी का जलस्तर कम होते ही बांध पर से मिट्टी कट कट कर गिरने लगी जिससे बांध के अस्तित्व पर संकट छा गया। इसे देख ग्रामीणों ने आपसी एकता सौहार्द और क्षेत्र को बचाने का जज्बा दिखाते हुए यथासंभव आर्थिक सहयोग करते हुए जेसीबी मशीन की व्यवस्था की और स्वयं माथे पर पगड़ी बांध कुदाल और टोकरी लेकर बांध की मरम्मत में भीड़ गए। छोटे बड़े बुजुर्ग नौजवान सभी पूरे संकल्पित इच्छाशक्ति के साथ बांध की मरम्मत में मिट्टी भरते देखे गए। सरपंच पति फिरोज साह, मकबूल खान, समिति सदस्य शेख जोहा, शेख मुस्ताक, शेख रियाज, शेख सफदर, शेख जोखू, भूषण लाल, शेख गुड्डू आदि के नेतृत्व में सभी ग्रामीण बांध की मरम्मत में जुटे हुए हैं। इनके हौसलों को देख हरपुर गढ़वा पंचायत की मुखिया साजदा तबस्सुम एवं जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अली असगर ने बांध मरम्मत के दौरान हर संभव आर्थिक सहयोग देने का आश्वासन दिया है। इनका कहना है कि प्रशासनिक स्तर पर बचाव के लिए अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया है। ग्रामीणों की पहल सराहनीय और काबिले तारीफ है। ग्रामीणों के जज्बे को हम सलाम करते हैं।

– राजू शर्मा की रिपोर्ट

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