केन्द्र में हमेशा रेलगाड़ियों और हवाई सेवाओं के चक्कर में बाड़मेर-जैसलमेर पिछड़ा हुआ ही क्यों

राजस्थान/बाड़मेर – बाड़मेर जिला मुख्यालय पर लम्बी दूरी की रेलगाड़ियों के लिए संघर्षरत युवाओं द्वारा पहले हावड़ा ब्रिज वाया आनन्द विहार रेल सेवा का बाड़मेर तक विस्तार करने के लिए देशभर के पन्द्रह बीस सांसदों द्वारा समय-समय पर की गई मेहनत का परिणाम मिला है और जल्दी ही बाड़मेर जिला मुख्यालय से चेन्नई एक्सप्रेस रेलगाड़ी वाया जोधपुर , मेड़ता, जयपुर, सवाईमाधोपुर शुरू करवाएंगे ‌।

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर कुछ जागरूक यात्रियों ने बताया कि लम्बी दूरी की रेलगाड़ियों ओर हवाई सेवाओं को शुरू करने के लिए उत्तरलाई हवाईअड्डे पर बाड़मेर जिले के लोगों को आने वाले लोकसभा चुनावो तक शायद इंतजार रहेगा।

सांसद कैलाश चौधरी ने भी समय-समय पर बाड़मेर मुम्बई वाया समदड़ी-भीलड़ी रेल मार्ग पर रेलगाड़ी शुरू करने का प्रयास किया होता तो यह रेलगाड़ी बाड़मेर जिला मुख्यालय से शुरू हो जाती।
बांद्रा टर्मिनल मुम्बई रेलगाड़ी के लिए रेल्वे अधिकारियों द्वारा समय सारणी तक तैयार किया है केवल सांसद को दिल्ली रेल मंत्रालय जाकर रेलमंत्री से स्वीकृति दिलाने की जरूरत है, बाकी रेलगाड़ी को हरी झड़ी दिखाने का ताम-झाम भी जनता जनार्दन ने अपने अंदाज में तैयार कर लिया है।

लम्बी दूरी की रेलगाड़ियों के लिए जनता करें पुकार संगठन के नेमीचंद छाजैड,गौतम बोथरा ,अनिल कुमार ठक्कर, गणपत मालू , स्वरूप माली, रमेश माली, राणाराम माली ओर रेल्वे परामर्शदाता सलाहकार नगेन्द्र प्रकाश संचेती ने बताया कि सांसद कैलाश चौधरी जब भी बाड़मेर बालोतरा प्रवास पर आते हैं, उनकी नजर अधिकतर घड़ी पर ही रहती है शायद दिल्ली जाने के लिए….. यहां से जल्दी भागकर कभी जोधपुर से रेलगाड़ी ओर कभी कभार जैसलमेर जाकर हवाई जहाज पकड़ते हैं अगर यह सुविधाओं को अपने पिछले दो-तीन साल में शुरू करते तो फिर यह भाग-भाग कर आवागमन के साधनों को क्यों पकड़ रहें हैं।

जानकारों ने बताया कि शायद सांसद कैलाश चौधरी किसी के दबाव में आकर बाड़मेर जैसलमेर जिलों से लम्बी दूरी की रेलगाड़ियों ओर देशभर के अन्य राज्यों से हवाई सेवाओं को शुरू नहीं करना चाहते हैं बाड़मेर जिले से…. कारण पिछले दो-तीन साल से पब्लिक सब जानती है नहीं तो रेलगाड़ियों ओर हवाई सेवाओं बाड़मेर जिले से शुरू करें।

– राजस्थान से राजू चारण

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