सब्जी बेचकर 4 बच्चो सहित पत्नी का पालता है पेट: फिर भी प्रधान को नही लगता आवास योजना का पात्र

*प्रधानमंत्री आवास योजना का सोहराब को नहीं मिल पा रहा है लाभ
*योजना धरातल पर काम कागज में दिख रहें है ज्यादा
*गांव का सबसे गरीब निवासी है सोहराब
*बीपीएल सूची में नाम न होने का हवाला देते है प्रधान
अम्बेडकरनगर,ब्यूरो- सरकारी कहती है कि आमजन को सभी सरकारी सुविधाओं का लाभ मिले कोई भी वंचित न रहे। देश को स्वच्छ निर्मल और सुंदर भारत बनाने के सपने दिखाना सिर्फ मात्र जुमले है। कहते है हिमालय में बर्फ तेज हो रही है लेकिन असली बर्फ तो आज राजनीति के इन गलियारों में देखने को मिल रही है। जिसमें कागजी तस्वीरों में कुछ और लेकिन हकीकत में कुछ और ही देखने को मिल रहा है। ऐसा ही मामला टांडा ब्लॉक के भारीडिहा का है। योग्यो को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ अभी तक नहीं मिल पाया है। वंचित बताते है कि कई बार प्रधान से कहा गया लेकिन योजना का लाभ अभी तक उनको नहीं मिल पा रहा है न जिम्मेदार इसको लेकर ध्यान दे रहे है। जिसके कारण आर्थिक हालातों का सामना करना पड़ रहा है लेकिन अभी तक इस योजना की लिस्ट में नाम तक नहीं है जिनको इस सुविधा का लाभ मिलना चाहिए। प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ भारीडिहा के मजरा डिहवा निवासी शोहराब अली पुत्र मो. तौकीर को कब मिलेगा इसको लेकर भी कुछ कहा नहीं जा रहा है। आखिर इन सुविधाओं का लाभ आमजन को क्यों नहीं मिल पाता है। शोहराब का कहना है कि जब प्रधान से आवास के बारे में पूछा जाता है तो प्रधान बीपीएल लिस्ट में नाम ना होने का हवाला देते है जबकि शोहराब को हर महीने राशन मिलता है प्रधान जी कही आप कोटेदार को मूर्ख तो साबित नहीं करना चाह रहे है क्यों की कोटेदार तो राशन हर महीने लिस्ट से मिलान करके ही देता है। जब कि शोहराब की दुर्घटना के कारण एक हाथ भी कटवाना पड़ा और इन दिनों वह सब्जी बेच कर जीवन यापन कर रहा है।
सिस्टम आखिर यहां आकर क्यों रुक जाता है। इसको लेकर उच्च अधिकारी क्यों नहीं करते कार्रवाई ये सवाल आज भी बना हुआ है। इसके अलावा और ऐसे मामले है जिनकी तरफ प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है। जिसके कारण आमजन को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
– अखंड प्रताप सिंह, ब्यूरो अम्बेडकरनगर

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