सहारनपुर- उत्तर प्रदेश शासन की राज्य स्तरीय निगरानी समिति (स्वच्छकार विमुक्ति एवं पुर्नवासन अधिनियम 2013 के अन्तर्गत गठित) की सदस्य ने नगर निगम के सफाई कर्मचारियों की समस्याओं का समयबद्ध निस्तारण के निर्देश दिये। उन्होने अस्वच्छ पेशे से मुक्त कराये गये स्वच्छकारों की सूची मानीटरिंग कमेटी के सदस्यों को उपलब्ध कराने एवं चिन्हित स्वच्छकारों को परिचय पत्र उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए।
श्रीमती कविता तिसावड वाल्मीकि आज यहां सर्किट हाउस में अधिकारियों को सम्बोधिंत करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि राजकीय मेडिकल काॅलेज में आउटसोर्सिंग सफाई कर्मचारियों को 6500 रूपये वेतन दिया जा रहा है। जिसमें नियमानुसार निरीक्षण कर समुचित कार्रवाही की जाए। उन्होंने देवबन्द में नगर पालिका परिषद में प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के निर्देश दिये। उन्होने शासनादेश संख्या 308 को सभी नगर पालिका परिषद, नगर पंचायतों एवं नगर निगम में समान रूप से लागू करने की अपेक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सफाई कर्मचारियों की समस्याओं को त्वरित निस्तारण कराए। उन्होंने कहा कि यह भी सुनिशिचत किया जाए कि किसी भी आउटसोर्सिंग कर्मचारी का अनावश्यक उत्पीड़न न होने पाए।
बैठक में उप जिलाधिकारी सहारनपुर एस0एन0शर्मा, ई0ओ0 तितरों अलकेन्द्र सिंह, मानीटरिंग कमेटी के सदस्य भारत भूषण व स्वच्छकार कर्मचारी संगठन के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
– सहारनपुर से मन्थन चौधरी