सड़क चौड़ीकरण के नाम पर नगर निगम-बीडीए कर रहा फुटपाथ गायब

बरेली। स्मार्ट शहर बरेली मे नगर निगम-बीडीए सड़क का चौड़ीकरण करता जा रहा है लेकिन चौड़ीकरण के नाम पर नगर निगम बीडीए फुटपाथ को खत्म करते जा रहे है। जिससे पैदल चलने वाले राहगीरों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। वही चौड़ीकरण में पहले से लगे खंभे नहीं हटाए जा रहे हैं और न ही पेड़ों का हटाया जा रहा है। जिस कारण हादसा होने की संभावना बनी रहती है। शहर में बढ़ते वाहनों की संख्या और बढ़ती जनसंख्या के चलते सड़के छोटी होती जा रही है। नगर निगम-बीडीए लोगों को सहूलियत देने के लिए सड़कों का चौड़ीकरण करवाये जा रहा है। ऐसी सड़कों पर भी चौड़ीकरण किया जा रहा है जहां पर जगह नही है। ऐसे में फुटपाथों को खत्म किया जा रहा है। फुटपाथ खत्म होने की वजह से सड़क किनारे ईट और कच्ची सड़क को खत्म करके कोलतार की सड़क बनाई जा रही है। जिस कारण बारिश के दौरान बरसात का पानी जमीन मेंं प्रवाहित नहीं हो पा रहा है। विभागों की ऐसी कार्ययोजना से चौड़ीकरण में सड़क के बीचो बीच खंभे और पेड़ होने की वजह से हर दिन हादसे का अंदेशा बना रहता है। बता दे कि प्रेमनगर मूर्ति नर्सिंग होम से धर्मकांटा चौराहे तक और धर्मकांटा चौराहे से सलेक्शन प्वाइंट टॉवर होते हुए डेलापीर तक, पुलिस लाइन से चौकी चौराहे तक की सड़क इसका उदाहरण है। जहां खंभे और बीच में पेड़ लगे हुए है। ऐसे चौड़ीकरण से क्या फायदा। विभाग की इस कार्ययोजना से दुर्घटनाएं बढ़ रही है। नगर निगम और बीडीए जहां एक तरफ लोगों की सहूलियत के लिए चौड़ीकरण करवा रहा है वहीं दूसरी ओर लोगों के पैदल चलने के लिए बनाए जाने वाले फुटपाथ को खत्म किया जा रहा है। फुटपाथ खत्म होने से राहगीरोंं की समस्याएं बढने के साथ ही भूजल भी प्रवाहित होता है क्योंकि सड़क किनारे कच्ची और ईट बिछी होने की बजह से बारिश का पानी जमीन के तल पर पहुंच जाता है। कोलतार की सड़क होने की वजह से जमीन तक बारिश का पानी नहींं पहुंच पा रहा है। सड़क चौड़ीकरण मे इस बात पर गौर नही किया जाता है कि बीच में लगे खंभे और पेड़ को हटाने की विभागीय अफसर व कार्यदायी संस्थाएं उचित नहीं समझते हैं। जिस कारण चौड़ीकरण होने केबाद खंभे और पेड़ बीचोबीच सड़क पर दिखाई देने लगते हैं। जो दुर्घटना का कारण बनते है।।

बरेली से कपिल यादव

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