श्रृंगवेरपुरधाम /प्रयागराज। शुक्रवार को श्री कृष्ण जन्माष्टमी के पर्व पर श्रृंगवेरपुरधाम स्थित श्रीराम संध्या मठ आश्रम में श्री तुलसी साहित्य प्रचार समिति के तत्वावधान में दिव्य झांकी सजाकर जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। कृष्ण जन्माष्टमी के पर्व पर लड्डू गोपाल की झांकी को सजावटी साज सज्जे के साथ तैयार किया गया। लकड़ी के झूले की झांकी बनाकर लड्डूगोपाल को झूला झुलाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। वेद आचार्यो और बटुकों ने संस्कृत के श्लोकों के साथ भय प्रकट गोपाला दींन दयाला के नाम का भजन और कीर्तन किया। श्री तुलसी साहित्य प्रचार समिति उपाध्यक्ष अरुण द्विवेदी की अगुवाई में कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। समिति उपाध्यक्ष अरुण द्विवेदी ने बताया कि झांकियों को देखने के लिए साधु संतों और स्थानीय लोगो का जमावड़ा आश्रम में लगा रहा। वही श्रृंगवेरपुरधाम पीठाधीश्वर महन्त रामप्रसाद दास शास्त्री महाराज ने श्री कृष्ण के बाल लीलाओं की कथा का रसपान कराया। जिसमे ब्रिज और गोकुल में बाल लीलाओं की कथा, श्री कृष्ण के जन्म की कथा , देवकीनंदन को समुद्र से पार कराने की कथा, कंस वध , एवं समाज को नैतिकता के बंधन में बांधने वाले उपदेश भी महन्त जी द्वारा दिया गया।
कार्यक्रम में साधु संतों ने राधे कृष्ण के गीत गाये। हरे राम हरे कृष्णा की धूम से श्रृंगवेरपुरधाम गुंजायमान हो उठा। चारो तरफ का वातावरण घण्टे और शंखनाद की गूंज से प्रफ्फुलित हो उठा। वही बच्चो ने राधा कृष्ण का रूप धारण करके गीत और नृत्य किये। मुरली की ध्वनि सुनते ही कृष्ण के बालस्वरूप की लीलाओ का दृश्य दृश्यात्मक होने लगा। इस अवसर पर वैभव मिश्र, अरुण द्विवेदी, शुभ पांडेय, आशुतोष पांडेय, सचिन पांडेय, रितेश तिवारी, दिव्यांशु पांडेय , भूपेंद्र पांडेय देवांश, चंद्रांश, प्रधुम्न शुक्ल, शुभंश शुक्ल, समेत आचार्यो और वेद बटुकों का जमावड़ा रहा।