शिक्षा का हो रहा व्यवसायीकरण!अभिभावक संघ की बैठक हुई संपन्न

गाज़ीपुर। आज से कुछ साल पहले तक एक ही स्कूल में पढ़ने वाले बड़े भाई की किताब छोटे भाई और बहन या पड़ोसी लेकर आराम से पढ़ सकता था लेकिन शिक्षा के व्यवसायी कारण के चलते अब ऐसा नहीं होता इन्ही सब परेशानियों को लेकर स्थानीय राइफल क्लब में जखनिया के उप जिलाधिकारी (आईएएस ट्रेनी) की अध्यक्षता में अभिभावक संघ की बैठक आयोजित की गई। बैठक में स्थानीय अभिभावक संघ ने जिले के पब्लिक स्कूलों में मनमानी फीस वृद्धि के साथ कुल चार सूत्रीय मांग को लेकर अपनी बात रखे, जिसका स्कूल एसोसिएशन के चेयरमैन और गाज़ीपुर के पूर्व सांसद जगदीश कुशवाहा ने सिलसिलेवार जवाब दिया। जिलाधिकारी गाज़ीपुर की अनुपस्थिति में एसडीएम सदर विनय गुप्ता ने संचालन करते हुए सबकी बातों को बारी बारी से सबके समक्ष रखवाया और अंत मे आईएएस प्रशिक्षु जखनिया उप जिलाधिकारी ने कहा कि अभिभावक संघ की 4 सूत्रीय मांगें सामने आई हैं जो वाजिब भी है उसे डीएम साहब के सामने रिपोर्ट बनाकर पेश करेंगे और जल्द ही अभिभावक संघ और स्कूल एसोसिएशन के बीच आ रही विसंगतियों को दूर किया जाएगा।

अभिभावक संघ का पक्ष

आज राइफल क्लब में स्थानीय अभिभावक संघ और जनपदस्तरीय स्कूल संगठन के पदाधिकारी व सदस्य जिलाप्रशासन के बुलावे पर अपनी अपनी बातों के साथ उपस्थित हुए थे। अभिभावक संघ के जिलाध्यक्ष मारुति राय अपने संगठन से जुड़े दर्जनों लोगों के साथ अभिभावकों को रोज आ रही समस्या को रखते हुए बोले कि एक क्लास में मानक के विपरीत 70 से 80 बच्चों को बिठा कर पढ़ाया जा रहा है, मनमानी फीस वृद्धि के साथ शिक्षा का व्यवसायीकरण रोका जाए और परसेंटेज के आधार पर सुविधानुरूप नियमानुसार फीस वृद्धि या एडमिशन शुल्क लागू हो। बिना जीएसटी के हर साल किताब कॉपी का स्कूलों द्वारा हो रहे व्यवसाय से अभिभावक परेशान हैं, वहीं खास दुकान से जुट मौज डर्स आदि लेने जैसी समस्या भी रोज आ रही हैं बिना रसीद दिए कई स्कूल शुल्क ले रहे हैं इसे तुरंत रोक जाना चाहिए।

स्कूल प्रबंधन का पक्ष

अभिभावक संघ के आरोपों का जवाब देते स्कूल एसोसिएशन के चेयरमैन व पूर्व सांसद जगदीश कुशवाहा ने कहा कि चूंकि सरकार या संबंधित बोर्ड द्वारा फीस निर्धारण नहीं किया गया है इसलिए स्कूल के मानक और खर्चों के अनुसार हम लोगों ने फीस तय की हुई है। एनसीआरटी द्वारा छोटे क्लासेज़ और ईआरपी एचआरपी की किताबें नहीं आती इसलिए उन क्लासेज़ की पुस्तकें बाहर से लाना मजबूरी हैं और जो एनसीआरटी बुक्स हैं वो बच्चे कहीं से ले लेते हैं। एक अन्य स्कूल के प्रबंधक नरेंद्र सिंह ने कहा कि अगर कोई समस्या है तो उसका निदान हम मिल बैठकर जरूर निकालेंगे क्योंकि बच्चे और स्कूल एक दूसरे के अभिन्न अंग हैं।

कमेटी बनाकर निकाला जाएगा निदान

वहीं अभिभावक संघ के लोगों ने इन सभी समस्याओं का निदान जल्द सुलझा लेने के लिए जिला प्रशासन और स्कूल एसोसिएशन पर दबाव बनाया। जिला विद्यालय निरीक्षक और बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी दोनों पक्षों की बात सुनकर मध्यस्थता की बात कर एक सुगम रास्ता निकालने की बात की। जिला प्रशासन की तरफ से अदिकरियों ने जिलाधिकारी गाज़ीपुर के सामने रिपोर्ट रखकर एक कमेटी बनाने की बात कही है जिसमे अभिभावक स्कूल और जिला प्रशासन के लोग संयुक्त रूप से बैठकर चार सूत्रीय मांगों का निस्तारण एक हफ्ते में करेंगे। इस अवसर पर जिला अभिभावक संघ के अध्यक्ष मारुति राय ने कहा कि हम अपनी मांगों को काफी दिनों से उठा रहे है आज जिलादिकारी के बुलावे पर हम आये थे, अगर लीपापोती की गई तो हम लोग न्यायालय की शरण मे जाएंगे।

-प्रदीप दुबे

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