शिक्षामित्रों के लिए सरकार निकालें सकारात्मक रास्ता, आंदोलन ही बचा रास्ता

बरेली। सुप्रीम कोर्ट से समायोजन रद्द होने के बाद शिक्षामित्रों को आशा थी, सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार से, लेकिन योगी सरकार से भी निराशा मिली है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रदेश पदाधिकारियों की एक वर्चुअल मीटिंग गूगल मीट के माध्यम से आयोजित की गई। जिसमें सबसे पहले जनपद कानपुर नगर के ककवन ब्लॉक के प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत शिक्षामित्र उजियारे लाल व लखीमपुर जिले के ब्लाक निघासन के प्राथमिक विद्यालय सिसवारी के शिक्षामित्र जय प्रकाश विश्वकर्मा ने परिवार में आर्थिक समस्या से तंग आकर अपने आप को मौत के गले लगा लिया। इस पर संगठन ने गहरा शोक प्रकट किया है। प्रदेश संगठन द्वारा निर्णय लिया गया कि लगातार शिक्षामित्रों की आर्थिक समस्या को लेकर हो रही मृत्यु को प्रदेश सरकार नजरअंदाज कर रही है। और कोई भी सकारात्मक निर्णय शिक्षामित्रों के हित में नहीं लिया है। अब संगठन के पास संघर्ष का ही मात्र विकल्प बचा है। प्रदेश सरकार द्वारा शिक्षामित्रों के भविष्य को सुरक्षित व मृतक शिक्षामित्र के परिवार को आर्थिक मदद नहीं की जाती है तब संगठन के पास आंदोलन ही रास्ता बचा है। जल्द ही संगठन आंदोलन की रणनीति तैयार करेगा। इस बार पूरी ताकत के साथ आंदोलन किया जाएगा और ये आंदोलन तब तक जारी रहेगा, जब तक सरकार शिक्षामित्रों पर उचित फैसला नहीं लेती है। मीटिंग में प्रदेश अध्यक्ष शिव कुमार शुक्ला, संरक्षक गाजी इमाम आला, पुनीत चौधरी, रमेश मिश्रा, श्याम लाल यादव, राजेश साहनी, सहित प्रदेश मंत्री कौशल कुमार सिंह, शिव श्याम मिश्रा आदि उपस्थित रहे।।

बरेली से कपिल यादव

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