राम मंदिर में मुस्लिम भी कर रहे सहयोग:यतीम खाने के कार्यक्रम में मुस्लिमों ने इकट्ठा किया 91600 रूपये का चंदा

लखनऊ- आज ऑल इंडिया शिया यतीम खाने लखनऊ में श्री राम मंदिर निर्माण में सहयोग करते हुए इंद्रेश कुमार की अध्यक्षता में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया उक्त कार्यक्रम आयोजन शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सैयद वसीम रिजवी द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में शिया समाज सम्मानित व्यक्तियों द्वारा बड़ी संख्या में भाग लिया गया और राम मंदिर निर्माण के लिए दान के रुप में 2000 से लेकर 10000 तक चंदे की रकम दी गई ,जो कुल रकम यतीम खाने के कार्यक्रम में जमा हुई वह ₹91600 है। उक्त रकम क्षेत्रीय लोगों द्वारा इंद्रेश कुमार जी के माध्यम से राम मंदिर निर्माण के लिए भेंट की गई।
उक्त कार्यक्रम की विशेषता यह थी कि चंदा देने वालों में 100 से अधिक 10 साल से कम उम्र के बच्चे शामिल थे, जिन्होंने ₹5 से लेकर ₹10 तक कार्यक्रम में रखे हुए गल्ले में डाले। दिनेश कुमार की तरफ से बच्चों को चॉकलेट भेंट की गई, कार्यक्रम का संचालन कर रहे हैं पूर्व चेयरमैन शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड वसीम रिज़्वी द्वारा कहा गया कि श्री राम मंदिर निर्माण के लिए मुसलमानों को आगे आना चाहिए और दान देकर एकता भाईचारे का सबूत देना चाहिए, हिंदुस्तान में विदेशी आतंकी पैसों से संचालित आतंकी मानसिकता के कट्टरपंथी मुल्ला और आतंकी संगठन मुसलमान और हिंदुओं को अलग अलग करके नफरत की राजनीति कर रहे हैं और देश में खून खराबा करना चाहते, यह छोटे-छोटे बच्चों द्वारा श्री राम मंदिर के लिए दिया गया दान कट्टरपंथी समाज और असदुद्दीन ओवैसी और मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड के कट्टरपंथी बुड्ढे मुल्लओ के मुंह पर एक तमाचा है, शिया मुस्लिम बच्चों ने श्री राम मंदिर के लिए चंदा देकर पूरी दुनिया को यह संदेश दिया है, कि हर आम मुसलमान कट्टरपंथी मानसिकता नहीं रखता हमारे लिए मंदिर, मस्जिद ,गुरुद्वारा, चर्च सब धार्मिक स्थल पूजनीय है जिनका सम्मान हर धर्म के व्यक्तियों को करना चाहिए।
वसीम रिजवी ने कहा कि श्री राम मंदिर हिंदुस्तान के लिए तथा पूरे विश्व के लिए एक गौरव है जब श्री राम मंदिर निर्माण पूरा हो जाएगा तब श्री राम मंदिर के दर्शन करने हम और बहुत से मुसलमान जाएंगे, हिंदुस्तान का मुसलमान हिंदुओं के साथ मिलकर रहना चाहता है जिनको हर समाज के साथ रहना पसंद नहीं था वह पाकिस्तान जा चुके हैं, जो कट्टरपंथी लोग आज भी हिंदुस्तान में रहकर पाकिस्तान से मोहब्बत करते हैं और दूसरे धर्म के लोगों से धर्म के नाम पर मतभेद रखते हैं, उनको हिंदुस्तान छोड़कर अपनी जमीन कहीं और तलाशी चाहिए, हम हिंदुस्तानी मुसलमानों को सभी धर्मों के साथ में मिलकर रहने दे।

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