बरेली/ फतेहगंज पश्चिमी, मीरगंज। जेठ दशहरा पर हजारों श्रद्धालु रामगंगा में स्नान करने फतेहगंज पश्चिमी के भोलापुर शंखापुर व मीरगंज गोरा लोकनाथपुर के घाट पहुंच गए। लोगों ने रामगंगा में आस्था की डुबकी लगाई। नहाते समय किशोर रामगंगा में डूब गया। किशोर को डूबता देखकर घाट पर मौजूद गोताखोरों ने रामगंगा में छलांग लगा दी। गोताखोरों ने समय रहते किशोर की जान बचा ली। श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने पर ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस घाट पर पहुंच गई। जेठ दशहरा पर गोरा लोकनाथपुर में रामगंगा घाट पर मेला लगता है। कोरोना महामारी में मेला कमेटी ने इस वर्ष रामगंगा किनारे मेला नहीं लगाया। इसके बाद भी क्षेत्र के श्रद्धालु रामगंगा में स्नान करने रविवार सुबह ही गोरा लोकनाथपुर घाट पहुंचने लगे। लोग ट्रैक्टर ट्राली, टेंपो, कारों, बाइकों व साइकिलों से रामगंगा घाट पर पहुंचे। रामगंगा में डुबकी लगाई। तभी गांव भूड़ा का किशोर स्नान करते समय गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। उसे डूबता देख घाट पर मौजूद गोरा लोकनाथपुर के गोताखोर लेखराज कश्यप, सत्यवीर, विष्णु, नरेश ने रामगंगा में छलांग लगा दी। किशोर को नदी से निकाला। उसके पेट का पानी निकालकर जान बचाई। तीन साल पहले इन गोताखोरों ने गंगा स्नान के मेला में डूबे 14 बच्चों को नदी से निकाल कर बचाया था। वही फतेहगंज पश्चिमी के भोलापुर शंखापुर घाट पर श्रद्धालुओं की अच्छी खासी भीड़ देखी गई। व्यवस्था न होने के कारण महिलाओं को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ा।।
बरेली से कपिल यादव