राजमार्ग पर अन्ना जानवरों के जमाबड़े से नागरिक हुए परेशान

बरुआसागर(झाँसी)- बरुआसागर से झाँसी जाने वाले राजमार्ग पर उस समय स्थिति बिगड़ती नजर आयी,जब राजमार्ग पर हजारों की संख्या में अन्ना जानवरों के विचरण के चलते मार्ग पर चल रहे वाहनों की पहिये पर ब्रेक लग गया।एक साथ सैकड़ो- हजारों जानवरों की उपस्थिति राजमार्ग पर अचंभित करती दिखायी पड़ी।सूत्रों से मिली जानकारी में पता चला कि नगर के तमाम ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने एक साथ अपने अपने जानवरों को जंगल मे छोड़ने का मन बनाते हुए निकले।आवारा जानवरों को ले जा रहे उपस्थित ग्रामीणों की बात पर अगर विश्वास किया जाए तो उन्होंने कैमरे से अलग बोलते हुए बताया कि जब हम मनुष्य को ही खाने के लाले पड़े है,तो इन बेजुबान जानवरों के लिए दाना पानी की व्यवस्था कहा से करें।नाम ना उजागर करने की शर्त पर ग्रामीणों ने कहा कि पिछले पांच सालों से अधिक समय से सूखे का दंश झेल रहे है।कोई भी सरकारी सहायता प्राप्त नही हुई है,हम अपने परिवारों का भरण पास ही ठीक ढंग से नही कर पा रहे हैं, फिर हम इन जानवरों को कहा से खिलाने का बंदोबस्त करें।लेकिन सबसे बड़ा यक्ष सवाल ये खड़ा होता है,की जब तक बेजुबान जानवर पर्याप्त मात्रा में दुग्ध देते है,तब तक तो इन जानवरों को अपने पास रखा काट्स है,लेकिन जब ये दुधारू पशुओं में दुग्ध निकलना बंद हो जाता है तो इन्हीं गोवंश को उनके हाल पर भुंखो मरने पर छोड़ दिया जाता है।अन्ना जानवरो से परेशान ग्रामीणों ने एक राय होकर अन्ना घूम रहे जानवरो को एकत्रित कर बेतवा के जंगल में छोड़ने के लिए राजमार्ग से ले जाने के चलते मंगलवार को राजमार्ग पर जगह जगह जाम के हालात रहे भारी संख्या में जानवरों के होने से लोगो को आवागमन में भी परेशानी का सामना करना पड़ा। क्षेत्र में विगत कई वर्षों से पड रहे सूखे के चलते लोगो ने अपने जानवरो को दाना पानी न होने के चलते खुला छोड़ दिया क्षेत्र में सेकड़ो की तादाद में घूम रहे अन्ना जानवरो से ग्रामीण परेशान बताये जाते हे इसके निदान हेतु ग्रामीणों ने एक राय होकर जानवरो को एकत्रित कर वेतवा नदी के पास जंगल में छोड़ने का निर्णय लिया तो समीपवर्ती ग्राम धमना,सारौल,पूछी,करगुवा,बारई,मौनपुरा,बैरीसालपुरा सहित छोटी छोटे खिरको के ग्रामीणों ने इन जानवरों को राजमार्ग झाँसी मऊरानीपुर से लेकर चले जानवरो की तादाद अधिक होने की वजह से राजमार्ग पर जगह जगह की जाम के हालात पैदा हो गए ऐसी क्रम में जब यह अन्ना जानवर बरुआसागर पुहंचे तो कम्पनी बाग पर जाम लग गया चूँकि जानवरो के इधर उधर भागने से ग्रामीणों को उन्हें ले जाने में बड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ा।इसके अलावा नवोदय विधालय के पास भी जानवरो के चलते जाम लगा रहा जिससे लोगो को भारी परेशानी का तब तक सामना करना पड़ा जब तक की ये जानवर। राजमार्ग से हटकर जंगल में प्रवेश न कर सके। कुछ गामीणों ने बताया की यह अन्ना जानवर हमारी फसल को चौपट कर रहे है इसलिए हम इन्हें गांव से दूर कर रहे है ।और अगर यह जानवर फिर से आते है तो फिर हम सभी लोग मिलकर इन अन्ना जानवरों को गाँव से दूर फिर भेजेंगे ।

वही रोड पर जाम लगने की सूचना पर मौके पर पहुंचे बरिष्ठ उपनिरीक्षक राजीव वैश्य ने बताया है कि जब हम पहुंचे तो कम्पनी बाग के दोनो ओर लगभग चार पांच किलोमीटर तक काफी लम्बा जाम लगा था और जब हमने देखा कि स्थिति काफी गम्भीर है तब हमने और फोर्स थाने से मगवाया और फिर एक तरफ से वाहनों को और एक तरफ से जानवरों को निकला एंव इन सभी जानवरों को बेतवा नदी तक छोडा गया ।इस दौरान करीब चार घंन्टे तक रोड पर जाम की स्थिति रही । उपनिरीक्षक के अनुसार रोड पर करीब तीन चार हजार अन्ना जानवर बतायें गये ।
रिपोर्ट-अमित जैन, बरुआसागर,झांसी

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