बरेली। रुहेलखंड विश्वविद्यालय में कई महीनों से चल रही उठापटक के बीच शुक्रवार को कुलपति ने कुलसचिव अजय कृष्ण यादव से प्रभार छीन लिया है। साथ ही उनसे सात दिनों में स्पष्टीकरण मांगा गया है। अब वह नेहरू केंद्र मे सेवाएं देंगे। उनके स्थान पर उप कुलसचिव सुनीता यादव को अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। विश्वविद्यालय मे तकरीबन नौ माह से कुलसचिव और शिक्षकों के बीच फाइलों को लेकर विवाद चल रहा था। सबसे अधिक समस्या उन शिक्षकों को हुई, जिन्हें मई 2023 में पदोन्नति मिती थी। अब तक उनके प्रोन्नत वेतनमान का निर्धारण नही हो सका है। शिक्षकों ने आरोप लगाया था कि कुलसचिव स्तर पर जानबूझकर फाइलों को रोका जा रहा है। इसको लेकर बुधवार को शिक्षकों ने कुलसचिव को चार घंटे तक बंधक बनाया था। धक्कमुक्की करते हुए उनकी कार भी पंक्चर कर दी थी। रुहेलखंड विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी डॉ. अमित सिंह ने बताया कि उप्र राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम और संगत नियमावलियों के अधीन विवि के वर्तमान कुलसचिव के विरुद्ध लंबे समय से शिकायतें प्राप्त हो रही थीं। इससे विवि की साख, शिक्षकों का मनोबल प्रभावित हो रहा था। विद्यार्थियों से संबंधित कार्यों में भी व्यवधान हो रहा था। बीते 11 माह में कुल सचिव को लिखित रूप से परिस्थितियों से अवगत कराते हुए उनके सहयोग, समन्वय के लिए आग्रह किया गया। इसके बाद भी उन्होंने सहयोग नहीं किया। डॉ. अमित के मुताबिक इसी वजह से कुलपति ने कुलसचिव को प्रशासनिक कार्यों से विरक्त किया है। उनके स्थान पर उप कुलसचिव सुनीता यादव को वर्तमान दायित्वों के साथ कुलसचिव का अतिरिक्त प्रभार दिया है। सात दिनों में कुलसचिव की ओर से उचित जवाब नहीं मिलने पर कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी जाएगी। विश्वविद्यालय मे शनिवार की सुबह उप कुलसचिव ने कुलसचिव पद का अतिरिक्त प्रभार ग्रहण किया। कर्मचारियों ने उनका स्वागत किया।।
बरेली से कपिल यादव