मुज़फ्फरनगर – जिला अस्पताल से चन्द कदमो की दूरी पर अज्ञात अधेड़ ने भूख और इलाज के अभाव में दम तोड़ दिया । स्थानीय लोगों की सूचना पर घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हॉउस भेज दिया ।
एक तरफ जहां पूरे देश में लोक डाऊन लगा हुआ है जिसके चलते हर आम और खास व्यक्ति अपने अपने घरों में कैद हैं तो वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन जनपद में सभी लोगों से अपील कर सभी को अपने अपने घरों में रहने की हिदायत के साथ ही घर घर डोर टू डोर सामान आदि पहुँचाने की भी बात कर रहा है तो वहीं बीते दो दिनों से जिला अस्पताल से चन्द कदमो की दूरी पर एक अज्ञात अधेड़ बिना भोजन और इलाज के आभाव में सड़कों पर इधर उधर घूम रहा था अगर स्थानीय लोगों की बात माने तो पुलिस ने जानकारी होने के बाद भी उसे अस्पताल तक भी पहुँचाने की जहमत नही उठाई और उसे उठाकर दूसरे थाना क्षेत्र में एक मार्किट में जा छोड़ा जहां उसकी देर रात मौत हो गई सुबह होने पर जब स्थानीय लोगों ने उस्मे कोई चहल पहल नही देखी तो उसकी सूचना स्थानीय पुलिस के साथ ही यूपी 112 डायल को भी दे दी सूचना मिलते ही घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हॉउस भेज दिया।
दरअसल मामला जनपद मुज़फ्फरनगर का है जहां आज एक ऐसे अज्ञात अधेड़ का शव मिला है जो बीते कई दिनों से जिला अस्पताल से चन्द कदमो की दूरी पर भूख प्यास और इलाज के आभाव में दर दर सड़कों पर लेटता हुआ घूम रहा था जिसे शहर में घूमने वाले समाज सेवी,सड़कों पर तैनात पुलिस कर्मी, आलाधिकारी , यहां तक की डॉक्टरों की टीम और स्थानीय निवासी सब ने खुली आँखों से देखा था मगर सभी ने उस अज्ञात अधेड़ के लिए अपनी आँखें मूंद ली और सभी अपने अपने कामो में व्यस्त हो गए।
अगर स्थानीय निवासियों की माने तो उन्होंने उस बीमार व्यक्ति की सूचना पुलिस को भी दी थी लेकिन पुलिस ने उसे यहां से उठाकर दूसरी जगह डाल दिया जिसकी आज मौत हो गई ।
अब बड़ा सवाल यह है की आखिर जनपद में कई समाज सेवी भुखे प्यासे लोगों, सहित जानवरों आदि की सेवा का दम भरते देखें जा रहे है क्या उन्हें यह इंसान सड़कों पर दिखाई नही दिया या यूँ कहें की दिखाई देने के बाद सभी ने अपनी आँखे मूंद ली आखिर इस गरीब का जिम्मेदार कौन यह एक बड़ा सवाल है?
रिपोर्ट भगत सिंह