वाराणसी- वाराणसी जनपद के थाना कैण्ट क्षेत्र के नदेसर स्थित मुख्य डाकघर में सैकड़ो लोगो के खाते से लगभग 10 करोड़ रुपये के गबन की शिकायत मिलने के बाद थाना कैण्ट पर मुकदमा पंजीकृत कर विवेचनात्मक कार्यवाही की जा रही थी । उपरोक्त प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा पुलिस अधीक्षक नगर व क्षेत्राधिकारी कैण्ट के नेतृत्व में उक्त घटना में शामिल अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु एक अलग पुलिस टीम का गंठन किया गया था । घटना की गम्भीरता के दृष्टिगत गठित टीम द्वारा चंदौली, आजमगढ़, जौनपुर, बिहार सहित वाराणसी के विभिन्न स्थानों पर अभियुक्तगणो के गिरफ्तारी के प्रयास में थे कि आज कचहरी चौराहे के पास से उक्त मुकदमें वांछित अभियुक्त बेचन राम सहायक डाकपाल मुख्य डाकघर कैण्ट जनपद वाराणसी को गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में अभियुक्त बेचन राम ने बताया कि मै सन 2013 से लेकर 2018 तक मुख्य डाकघर कैण्ट वाराणसी में कार्यरत रहा, इस दौरान सुनील, विनय, प्रदीप, राजेश, रमाशंकर, अविनाश व अन्य लोगो से मुख्य डाकघर कैण्ट में मुलाकात हुई और हम लोगो में गहरी दोस्ती हो गयी । इस दौरान हम लोगो ने एक प्लान बनाया कि हम लोग काफी पैसा कमा सकते है । प्लानिंग के अनुसार मै सहायक डाकपाल कैण्ट में नियुक्त था । 5 हजार रुपये से उपर की निकासी में मेरा सिगनेचर व अनुमति अनिवार्य रहता था । प्लानिंग के अनुसार साथियो,कर्मचारियो की मदद से लगभग 600 से 700 लोगो के पैसे जो मुख्य डाकघऱ में जमा हुई पुजी को हमलोगो ने एक प्लानिंग के तहत लगभग 10 करोड़ रुपये की हेराफेरी कर दिये । बहुत दिनो तक इसकी किसी को जानकारी नही थी लोगो को जानकारी होने पर थाना कैण्ट पर 16 मुकदमे पंजीकृत करा दिये । तब से मै फरार चल रहा था आज अपने वकील साहब से कचहरी मिलने जा रहा था कि आप लोगो द्वारा मुझे पकड़ लिया गया और मेरे शेष साथी फरार चल रहे है
अभियुक्त को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक कैण्ट अश्वनी कुमार चतुर्वेदी, उ0नि0 नागेन्द्र नाथ चौबे,उ0नि0 अजय कुमार शुक्ला, उ0नि0 राजीव कुमार सिंह, हे0का0 धर्मदेव चौहान क्राइम टीम, हे0का0 प्रेम सिंह, का0 रामानन्द यादव, का0 संतोष शाह शामिल है।
रिपोर्टर:-महेश पाण्डेय