मीरजापुर-मामला मड़िहान थाना क्षेत्र के कलवारी बाजार तिराहे पर दर्जनों गांवों की हजारों जनता ने पानी की किल्लत को लेकर धरना प्रदर्शन करते हुए सड़क जाम कर दिया ।जाम की सूचना मिलते ही मौके पर पहुचे थाना प्रभारी मड़िहान लेकिन ग्रामीण तहसील प्रशासन की मौजूदगी चाहते थे। मामला गंभीर देख पहुचे मड़िहान तहसील के तहसीलदार रामजीत मौर्य उन्होंने ग्रामीणों को समझाया और अश्वाशन दिया उसके बाद ग्रामीणों ने रास्ता खाली किया।आपको बता दु की मड़िहान तहसील के करीब सैकड़ो गाव पानी के संकट से जूझ रहे है।मड़िहान तहसील के सैकड़ो गाव में पथरीली जमीन होने के कारण पानी का संकट है और दिनप्रतिदिन पानी का लेवल नीचे खिसक रहा है जिससे 70% हैंडपम्प पानी छोड़ दिये है तथा कुछ गावो मर टैंकर से ग्रामीणों को पीने के लिए पानी पहुचाया जा रहा है लेकिन ग्रामीणों को पेट भर पानी पीने को नही मिल रहा है।यदि कोई हैंडपम्प में पानी आ भी रहा है तो वहां पर बच्चे स्कूल की पढ़ाई छोड़ कर डिब्बा बाल्टी लेकर पानी ढोते नजर आ रहे है।
यह आलम मीरजापुर के हालिया क्षेत्र का भी आलम यही है ।पानी के लिए समुचित रूप सर कोई कार्य नजर नही आ रहा है ।एक ग्रामीण महिला परसिया कला हालिया विकासखंड की है जिसका नाम रामकली पत्नी उमाशंकर है। उससे अंतिम विकल्प कर संवाददाता बृजेन्द्र दुबे ने बात की तो उड़ने बताया कि हमने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत किया पानी पीने के लिए एक हैंडपम्प के लिए लेकिन अधिशासी अभियंता ने पहले जवाब दिया कि कोई वित्तीय धन नही मिला है इसलिए नही लगाया जा सकता लेकिन जब फीडबैक दिया गया तो फिर उन्होंने ये कहते हुए मामला टाल दिया कि एमएलए और एमएलसी को 100 नग नया हैंडपम्प दिया है उनके रजिस्टर में नाम जोड़ दिए जाने पर हैंडपम्प लगा दिया जाएगा लेकिन पिछले 6 महीनों से आईजीआरएस पर मामला लंबित है।
ऐसे मामले को देखते हुए ऐसा लगता है मुख्यमंत्री जी की बात को अधिकारी गंभीरता से नही लेते जिसका आलम आज मड़िहान तहसील में देखने को मिला है।पानी की समस्या को मुख्यमंत्री जी को जरूर संज्ञान में लेकर पूरे मीरजापुर जनपद में पानी के लिए कार्य करना होगा।
मीरजापुर से बृजेन्द्र दुबे की रिपोर्ट