मातेश्वरी तनोटराय के चरणों में मान सम्मान मिलना जीवन का अहो भाग्य : राजू चारण

बाड़मेर/राजस्थान – मातेश्वरी तनोटराय के दरबार में माँ आवड़ के चरणों में देवी भक्त डॉ ग़ुलाब सिंह चारण सहित अन्य श्रद्धालुओं ने कोराना भड़भड़ी की पालना करते हुए हाजिरी लगाई, तत्पश्चात मन्दिर प्रांगण में ग्राम पंचायत तनोट माता ओर रामगढ़ के भक्तों द्वारा माँ देवल बाईसा जूनागढ़, गुजरात के सानिध्य में डॉ सिंह का स्वागत समारोह आयोजित किया गया। इस अवसर पर जर्नलिस्ट काउंसिल ऑफ इंडिया के वरिष्ठ सलाहकार समिति सदस्य राजू चारण ने कहा कि मातेश्वरी तनोटराय के चरणों में समर्पित सभी भक्तों द्वारा किया गया यह मान सम्मान हमारे जीवन का अहो भाग्य हैं।

अशोक भाई गढ़वी ने बताया कि देवल बाईसा ने विश्व विख्यात मातेश्वरी तनोटराय के दरबार में हाजिरी लगाने के बाद दंडवत यात्रा पूर्ण सम्मान समारोह में अपना सम्बोधन करते हुए चारण समाज रत्न डॉ गुलाब सिंह को भक्तराज़ की उपाधि दी गई, श्रीकरणी माता भक्त वत्सल दंडवत यात्रा में पिछले दो सालो से शामिल सहयोगियों को शाल, दुपट्टा और फ़ूल मालाएं पहनाकर सम्मानित किया गया।

दंडवत यात्रा के दौरान बाड़मेर जिले के वरिष्ठ पत्रकार राजू चारण सहित हाकिम दान चारण संतोष नगर बीकानेर, लक्ष्मण सिंह चारण जयपुर,विक्रम सिंह शैतान सिंह नगर, नारायण सिंह फतेह सिंह, सवाई सिंह, गणपत सिंह,चैन सिंह सांकड़ा, रणवीर सिंह दौसा, रामबक्स ओर गौपाल भाईजी जयपुर सहित जैसलमेर जिले के सभी समाजों के भक्तों का मातेश्वरी तनोटराय दर्शनार्थ दंडवत यात्रा करने के दौरान सहयोग करते रहे उनका हृदय से आभार प्रकट करते हुए मान सम्मान किया गया।

डॉ सिंह ने बताया कि मारवाड़ री अपणायत देखकर जैसलमेर जिले में यात्रा के दौरान समय-समय पर सहयोग करने वाले यात्रियों की आवभगत देखकर मन खुश हुआ। यह जीवन-भर अविस्मरणीय रहेगा। आज से दो साल पहले जयपुर से डॉ गुलाब सिंह द्वारा श्रीकरणी दंडवत यात्रा मातेश्वरी तनोटराय के दरबार की शुरुआत की गयी। डॉ सिंह ने बताया कि कलयुग में चारण समाज के लोगों को तप, त्याग और अपने मनोबल को ऊंचा उठाने के लिए कठिन साधनाओ की बहुत ज्यादा जरूरत है। पिछले दो साल में दो बार विश्व विनाशकारी कोराना भड़भड़ी, पचास पचपन डिग्री सेल्सियस की गर्मी और आठ दस सेल्सियस सर्दियों में भी मातेश्वरी तनोटराय मंदिर तक यात्रा करते हुए आज़ दर्शन करके मातेश्वरी तनोटराय का आशीर्वाद प्राप्त किया जाएगा। यह दंडवत यात्रा आप सब भक्तो के आशिर्वाद से ही संभव हुआ है, इस दंडवत यात्रा काल में कई दौर आए,कई तरह के लोगों से मिलने की खुशी हुई तो कई बार अपनों से बिछुड़ने का दर्द भी हुआ।

डॉ युवराज सिंह जयपुर ने बताया कि सोमवार सुबह मातेश्वरी तनोटराय की आरती कर यात्रा वापसी पनराजजी के मंदिर की और प्रस्थान करेगी, पनराजजी मन्दिर से पनोधर राय मन्दिर में दर्शनार्थ हाजरी लगाएगी, पनोधर राय से काळे-डूंगर राय होते हुए जैसलमेर में स्वांगियाजी के दरबार में दर्शनार्थ हाजरी लगाएंगे ,यंहा से भादरिया राय मन्दिर से गड़ियाला होते हुए सुवाप की ओर यात्रा करते हुए जयपुर जाएंगे।

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