ब्लाक प्रमुख जयहरिखाल ने की CM से दूरभाष पर वार्ता:प्रभारी मंत्री पौड़ी ने डाला ग्रामीणों के पेयजल पर डाका

उत्तराखंड – लॉकडाउन के इस कठिन समय पर जहां कई लोग देवदूत बनकर निस्वार्थ भाव से आम जनता की मदद के लिए सामने आ रहे हैं वहीं कुछ ऐसे भी लोग हैं जो अपने निजी स्वार्थ के कारण अपने पद का दुरुपयोग कर आम जनता का शोषण कर रहे हैं।

सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार समखाल स्थित वृद्धाश्रम के निकट एक सार्वजनिक हैंडपंप लगा हुआ है यह एकमात्र हैंडपंप है जो कि नजदीकी गांव जिनमें ओडल, खुंडोली, सारी ,पौखाल, समखाल स्थित वृद्धाश्रम (जहां पर वर्तमान में 40 लोग रह रहे हैं) आदि के गांव को पानी की आपूर्ति की जाती है।

स्थानीय लोगों का यह आरोप है कि उत्तराखंड सरकार में मंत्री डॉ हरक सिंह रावत इस पर पूर्ण रूप से संलिप्त हैं यहां पर मंत्री जी की बहू (अनुकृति गुसाईं ) का एक निजी NGO महिला उत्थान एवं बाल कल्याण संस्थान है जिसकी वह अध्यक्षता है

जिस पर पानी की पूर्ति के लिए इस हैंडपंप का सहारा लिया जा रहा है वह बिना किसी जानकारी के इस हैंडपंप पर मोटर लगाकर इसका पूरा पानी अपने NGO को सप्लाई की जा रही है। आम जनता की मदद के बजाय, उनको राशन एवं खाद्य सामग्री मुहैया करवाना तो दूर की बात उनसे उनका पीने का पानी भी छीन लिया गया।
इस महामारी संकट के दौर में जहां प्रदेश सरकार भाजपा की तरफ से मंत्री हरक सिंह जी को प्रभारी मंत्री बनाया गया है वही मंत्री जी द्वारा हैंडपंप पर मोटर लगवा कर आम जनता के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।
आखिरकार मंत्री ही बने जनता के कंठ सुखाने का कारण- यह हैंडपंप एकमात्र जल स्रोत है स्थानीय लोगों के लिए क्योंकि अभी तक भैरवगड़ी जल परियोजना वहां पर सुचारू रूप से चालू नहीं हो पाई है।

आज से 10 वर्ष पूर्व जब दीपक भंडारी जी इस क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य थे तब उनके ही द्वारा पौखाल और समखाल में इस पानी हैंडपंप जल स्रोत की स्वीकृति तत्कालीन जल संस्थान के अधिशासी अभियंता मेवाड़ जी से करवाई गई थी जिस पर यह कहा गया था कि हैंडपंप पर मोटर लगवा कर सारी और पौखाल के ग्रामीणों को पानी उपलब्ध भी करवाया जा सकता है। लेकिन विभाग द्वारा यह कहा गया था कि जो हैंडपंप सार्वजनिक स्थानों पर लगे हुए हैं इन हैंडपंपों पर मोटर लगाने का शासनादेश का कोई भी प्रावधान नहीं है व सार्वजनिक स्थान पर होने के कारण इस पर किसी भी प्रकार की मोटर नहीं लगाई जा सकती।

जहां एक ओर आमजनता , ग्रामीणों के लिए जो ग्रामीण बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं उनके लिए इस हैंडपंप पर मोटर ना लगाने का प्रावधान हो तो कैसे एक जनप्रतिनिधि अपने निजी स्वार्थ के कारण इस प्रावधान का उल्लंघन कर सकता है।

इस विषय को गंभीरता से लेते हुए ब्लाक प्रमुख जयहरिखाल दीपक भंडारी द्वारा आज मुख्यमंत्री जी से दूरभाष पर इस संदर्भ में वार्ता की गई। जिस पर मुख्यमंत्री जी ने तत्काल कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिस पर भंडारी जी ने उप जिलाधिकारी व अधिशासी अभियंता जल संस्थान को कहा कि आज अगर यह मोटर नहीं हटाई गई तो कल जल संस्थान /माननीय मंत्री जी /विभाग /एनजीओ के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी और ग्रामीण जनता के सहयोग के साथ तहसील परिसर में इस लाॅक डाउन के दौर में भी धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया जाएगा।

आज सुबह स्थानीय लोगों ने सोशल डिस्टेन्सिग के साथ इस बात का विरोध करते हुए इस मोटर को तत्काल हटवाने की मांग की गई इस बात की जानकारी वहां की पट्टी पटवारी अौर एसडीएम लैंसडाउन को भी दी गई, इस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए SDM लैंसडाउन की ओर से महिला पटवारी श्रीमती वंदना भी वहां मौके पर पहुंची व स्थिति का जायजा लिया तथा थाना प्रभारी लैंसडाउन को इस बात से अवगत करवाया गया।
इस मौके पर रजनी देवी, महिला मंगल दल सुरमाडी, मनजीना, सामाजिक कार्यकर्ता दीपक बौंठियाल, अर्जुन सिंह , महावीर सिंह , बृजमोहन गुसाईं, भूमादेवी तथा तमाम महिलाएं वहां एकत्रित हुई
जिस पर उप जिलाधिकारी के मौखिक आश्वासन के बाद उन्होंने अपना धरना प्रदर्शन स्थगित किया।

– पौड़ी से इन्द्रजीत सिंह असवाल की रिपोर्ट

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