बुंदेलखंड राष्ट्र समिति की दो दिवसीय चिंतन शिविर का हुआ शुभारंभ

हर घर से दो हाथ चाहिए हमे बुंदेलखंड राज्य चाहिए – इंजी प्रवीण पाण्डेय केंद्रीय अध्यक्ष

चित्रकूट – बुन्देलखण्ड राष्ट्र समिति की दो दिवसीय चिंतन शिविर रावतपुरा सरकार आश्रम में आयोजित की जा रहा है l बुंदेलखंड राष्ट्र समिति के केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पाण्डेय ने बताया कि इस बैठक में बुंदेलखंड उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश के आंदोलन कर रहे संगठनों के प्रमुख व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया l बुन्देलखण्ड राष्ट्र समिति के केंद्रीय अध्यक्ष प्रवीण पाण्डेय ने बताया कि
चित्रकूट का 84 कोस का परिक्षेत्र परिक्रमा के अंतर्गत आता है।धार्मिक और पौराणिक आख्यानों के अनुसार यहाँ पर त्रिदेवों को कई बार आना पड़ा। ब्रह्मा जी ने सृस्टि की रचना के लिए यज्ञकर सप्त ऋषियों को पैदा किया। विश्व की पहली नदी उनके कमंडल से पयस्वनी के रूप में यही निकली। राम व उनके पूर्वज अम्बरीष जी ने यही पर तप किया। महाराज अत्रि ने घर्म का प्रचार ईरान तक जाकर किया। मांडव्य ऋषि के आश्रम में राजा भरत का जन्म हुआ।औरगजेब ने यहाँ पर मंदिर बनाया।
सरभंगा,सुतीक्षण जैसे ऋषियों ने यहाँ की मिट्टी में तप कर श्री राम को आयुध दिए। वाल्मीकि,तुलसी,पद्माकर,सहित कितने ही ऋषियों सन्तो ने विश्व के कल्याण के विभि्न गर्न्थो की रचना की। विश्व के पहले चिकित्सा ग्रन्थ आत्रेय संघिता की रचना भी यही हुई।
उपरोक्त कथन इस बात की पुष्टि करते है कि चित्रकूट की 84 कोस की परिक्रमा का क्षेत्र राजधानी बनने लायक सभी अहर्ताएं पूर्ण करता है। 1951 में राज्य निर्माण के लिए पहली बार आधार बनी फडीककर समिति की रिपोर्ट को देखे तो उसमें राज्यो का निर्माण केवल भाषाई,सांस्कृतिक और सामाजिक परिवेश को आधार मानकर किया गया था। बुन्देली भाषा , संकृति , सामाजिक परिवेश यहां के विकास के लिए बुंदेलखंड राज्य निर्माण किया जाना चाहिए l
वे कौन से कारण थे जिसके चलते चरखारी निवासी कामता प्रसाद सक्सेना को बुन्देलखण्ड का मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य को समाप्त कर दिया गया।शंकरलाल महरोत्रा के संघर्ष बुंदेलखंड राज्य आंदोलन के इतिहास में नीव के पत्थर हैं ,बुंदेलखंड राष्ट्र समिति उनके संकल्प को पूरा करने के लिए हर संभव लड़ाई लड़ रहा है l जिससे बुंदेलखंड राज्य निर्माण का स्वप्न पूरा हो सके l

चिंतन शिविर में बुंदेलखंड संयुक्त गठबंधन को लेकर आगे की निर्णायक योजना बननी है l मुख्य रूप से निवाड़ी से स्वामी सत्यनाथ , महोबा से तारा पाटकर , फतेहपुर से प्रवीण पाण्डेय , बांदा से डालचंद्र , सुशील अवस्थी , प्रदीप मिश्रा , चित्रकूट से मोहन ठाकुर आदि मुख्य रूप से शामिल हो रहे है l चिंतन शिविर में बुंदेलखंड के साहब जिलों से बुंदेलियों का आगमन हो रहा हैं l शिविर आज दिनांक 12 सितंबर रात 8 बजे से प्रारंभ होगा , 13 सितंबर को 11 बजे समापन होगा l

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